बेमेतरा: जिले में धान खरीदी के लिए पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 1 हजार 1 सौ 89 ज्यादा किसानों ने पंजीयन कराया है. जिनका रकबा 786 हेक्टेयर है. इस वर्ष 13 हजार 8 सौ 29 किसानों ने रकबा संशोधित करवाया है. जिले में गत सत्र के दौरान 1 लाख 16 हजार 713 किसानों ने पंजीयन कराया था. जिले में पूर्व की अपेक्षा अधिक रुपए का धान खरीदा जाएगा. पंजीयन कार्य एवं गिरदावरी कार्य के मद्देनजर तहसील कार्यालय में भीड़ देखी जा रही है.
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जिले में धान के 1189 किसान बढ़े, सोयाबीन से हुआ मोहभंग
जिले के बेमेतरा, साजा, बेरला, नवागढ़, थानखम्हरिया, तहसील के अंतर्गत आने वाले 54 समितियों में 1 लाख 16 हजार 7 सौ 13 किसानों का पंजीयन किया गया है, जिनका 15 लाख 29 हजार 56 हेक्टेयर का फसल समर्थन मूल्य के आधार पर खरीदा गया था. इसके बाद इस बार जिले में किसानों ने दीगर फसलों की बजाए धान का ही पैदावारी लेने तिलहन व दलहन फसल लेने वाले खेतों के प्रकरणों में धान का रकबा बढ़ा है. वहीं सोयाबीन के लगातार 3 वर्ष से खराब प्रदर्शन से किसानों का मोह भंग होते नजर आ रहा है. इस साल भी सोयबीन की फसल में फली निकलने के बाद हुई बारिश और कीट प्रकोप से सोयबीन की फसल स्वाहा हो गयी है. इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में करीब 800 हेक्टेयर ज्यादा क्षेत्र में धान की खेती हो रही है. पढ़ें:SPECIAL: 'धान के कटोरे' में परेशान किसान, कर्ज माफी और बोनस के बाद भी दे रहे जान
आधारकार्ड हुआ अनिवार्य, तहसील में लगी भीड़
किसानों को पंजीयन के अनिवार्य दस्तावेजों में आधार कार्ड जमा करना है. जिले में पंजीकृत किसानों में 1 लाख 16 हजार 28 किसानों ने आधारकार्ड जमा किया. 856 किसानों ने आधार कार्ड जमा नहीं किया. इन किसानों को आधारकार्ड जमा करने को कहा गया है. इस बार अनिवार्य दस्तावेज के अभाव में 94 किसानों का पंजीयन निरस्त किया गया है. गिरदावरी के तहसील कार्यालय में पंजीयन कार्य संपन्न कराए जा रहे हैं, जिसके मद्देनजर तहसील कार्यालय में किसानों की भीड़ देखी जा रही है.