बेमेतरा:प्रदेश NHM कर्मचारी संघ के प्रांतीय आव्हान के समर्थन में जिले में स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ संविदा कर्मचारी अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इससे जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई हैं. जिसे देखते हुए CMHO डॉ. सतीश शर्मा ने आंदोलनकारियों को तत्काल काम पर लौटने का नोटिस जारी किया हैं.
हड़ताल पर संविदा कर्मचारी कोरोना काल में हड़ताल का दिखा असर
हड़ताल पर संविदा कर्मचारी बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारी अपनी नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं. जिससे जिले में स्वास्थ्य विभाग के कार्य में खासा प्रभाव पड़ा है. अब तक जिले में रोज 250 से 400 मरीजों का कोविड टेस्ट होता था जो महज 45 तक ही सिमट गया है. जिसमें 36 पॉजिटिव केस की पहचान की गई है. बता दें राज्य एड्स नियंत्रण के कार्यक्रम के समस्त स्वास्थ्य अधिकारी, नर्स, लैब तकनीशियन, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, फार्मासिस्ट, काउंसलर, डेंटल सहायक एकाउंट और प्रोग्राम मैनेजर अपनी नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर है, जिसका सीधा असर कोरोना काल में स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ रहा है.
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हड़ताल का स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर दिख रहा असर
नियमितीकरण की मांग पर अड़े संविदा कर्मचारी जिले के कई उपस्वास्थ्य केंद्र हेल्थ और वेलनेस सेंटर्स में ताला जड़ा हुआ है. जिला अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कर्मचारियों के हड़ताल में चले जाने के कारण लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं. जिले में बच्चों के साथ गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण की सुविधा परिचय भी और अन्य जांच की सुविधा सुचारू रूप से नहीं मिल पा रही. वहीं कोविड की व्यवस्थाओं पर भी हड़ताल का असर पड़ा है. प्रशासन के नोटिस का नहीं हुआ असर
कलेक्टर शिव अनन्त तायल और प्रमुख स्वास्थ्य और चिकित्सा अधिकारी सतीश शर्मा ने हड़ताली कर्मचारियों को सोमवार तक हड़ताल खत्म कर सेवा शुरू करने के निर्देश दिए है. ऐसा नहीं करने पर दंडात्मक कार्रवाई के संकेत दिए गए हैं. इस संबंध में संघ के जिला अध्यक्ष के साथ ही हड़ताली सेवा कर्मचारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी, तब तक उनकी हड़ताल खत्म नहीं होगी.