बेमेतरा:समय से खाद और बीज की आपूर्ति नहीं हो ने से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल खरीफ का सीजन शुरू हो गया है. लेकिन जिले में अब भी 70 फीसदी ही खाद-बीज का भंडारण हो पाया है. 30 फीसदी धान बीज आना बाकी है. इसके अलावा सोयाबीन के बीज भी उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. खरीफ के सीजन को देखते हुए किसान खाद बीज लेने सेवा सहकारी समिति पहुंच रहे हैं. (Cooperative Society of Bemetara ) लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है.(No supply of fertilizers and seeds )
कैसे बढ़ेगा दलहन-तिलहन का रकबा?
बेमेतरा जिला में शासन ने धान का रकबा कम करने के लिए कृषि विभाग को लक्ष्य दिया है. जिसके तहत कृषि विभाग किसानों को दलहन तिलहन फसल की खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है. लेकिन सोयाबीन बीज के अभाव में किसान धान का छिड़काव कर रहे हैं. जिससे धान का रकबा कम होते नजर नहीं आ रहा है. इसके अलावा दलहन-तिलहन का रकबा बढ़ भी नहीं रहा है. बता दें जिले में पहली बारिश के बाद से बुवाई का कार्य शुरू हो गया है. (increase area of pulses oilseeds)
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आंकड़ों की माने तो बेमेतरा जिला में 12 हजार 995 हेक्टेयर धान का रकबा घटाने का लक्ष्य शासन ने कृषि विभाग को दिया है. सेवा सहकारी समितियों में सोयाबीन के बीज का अभाव है. जिससे किसान धान के बीज का छिड़काव कर रहे हैं. यदि जिले में जल्द ही सोयाबीन बीज की उपलब्धता नहीं हुई तो धान का रकबा कम होने की बजाय बढ़ भी सकता है.