बेमेतरा: जिला अस्पताल में पर्याप्त सर्जन नहीं होने से जिले की महिलाओं को दूसरे जिले में नसबंदी कराने के लिए जाना पड़ रहा है. जिला बनने के सालों बाद भी यहां अब तक डॉक्टरों की भर्ती नहीं हो पाई है. जिसके कारण मरीजों को अब भी दूसरे जिलों पर आश्रित रहना पड़ रहा है.
बेमेतरा जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी कोरोना काल की वजह से पिछले साल मार्च महीने से जिला अस्पताल में नसबंदी ऑपरेशन पर रोक लगा दी गई थी. जिसके बाद अब ऑपरेशन जनवरी से फिर शुरू हुआ. इसमें अब तक केवल 44 महिलाओं का नसबंदी ऑपरेशन किया गया है. कम ऑपरेशन होने के पीछे सबसे बड़ी वजह ये है कि जिला अस्पताल में सर्जन की व्यवस्था नहीं होना है. जिला अस्पताल में केवल 2 दिन रायपुर के डॉक्टर नसबंदी का ऑपरेशन कर रहे हैं.
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बेमेतरा जिला अस्पताल में हफ्ते में केवल 1 दिन बुधवार को राजधानी से आए सिविल सर्जनों के द्वारा ऑपरेशन किया जाता है. जिला अस्पताल में केवल सिविल सर्जनों की भर्ती नहीं हो पा रही है. जिसके कारण नसबंदी के ऑपरेशन नहीं हो रहे हैं और जिले के हितग्राही दीगर जिले में जाकर ऑपरेशन करा रहे हैं.
हफ्ते में 2 दिन किया जा रहा ऑपरेशन: कलेक्टर
मामले में कलेक्टर शिव अनंत तायल ने कहा कि जिला अस्पताल में नसबंदी का ऑपरेशन कराया जा रहा है. जिसमें प्रभारी सिविल सर्जन वंदना भेले भी स्वयं नसबंदी का ऑपरेशन कर रही हैं. हफ्ते में दो दिन नसबंदी का ऑपरेशन किया जा रहा है. बीच में व्यवस्था बिगड़ गई थी, जिसे फिर से सुचारू रूप से क्रियान्वित किया जा रहा है.