बेमेतरा : जिले के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों अवैध शराब बिक्री चरम पर है. दिवाली पर्व पर बंद रही शराब दुकान के कारण कोचियों ने जमकर शराब बेची और प्रशानिक कार्रवाई नहीं होने कर कारण कोचियों और दलालों के हौंसले बुलंद हैं.
गांव-गांव में बिक रही अवैध शराब से महिलाएं आए दिन परेशान हो रही हैं. वहीं ग्रामीण अंचल के बच्चे भी शराब का सेवन कर रहे हैं. प्रदेश सरकार की शराबबंदी के वादे अब तक धरे के धरे रह गए हैं. ठेकेदारी प्रथा बंद कर सरकार खुद ही शराब बिक्री शुरू कर दी लेकिन ठेकेदारों को बेरोजगार नहीं होने दिया.
खोखले साबित हुए सरकार के दावे
सरकार ने 50 फीसदी शराब दुकान बंद तो कर दी लेकिन अवैध बिक्री पर लगाम नहीं लगा पाई. आज हालात ये है कि सरकारी शराब दुकान पर हर प्राइवेट ब्रांड की शराब उपलब्ध है.