बेमेतरा: जिला मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर हाफ नदी और तुरतुरिया नाले के संगम पर स्वयंभू शिव शंकर का दिव्य दरबार है, जहां बीते 64 वर्षों से लगातार श्रीमद्भागवत कथा और मेला लगता आ रहा है, इसके तहत इस साल भी कार्तिक पूर्णिमा पर 8 और 9 फरवरी को यहां मेला लगेगा.
प्राकृतिक सौंदर्य मोह लेता है मन
मरका गांव में प्राचीन शिव मंदिर है, जिसका इतिहास बहुत ही पुराना है. बताया जाता है कि यहां स्वयंभू शिव शंकर सैकड़ों वर्ष पहले प्रगट हुए थे. इस शिव धाम में हाफ नदी और तुरतुरिया का संगम है, इसके बीचों-बीच एक प्राकृतिक कुंड का अपना अलग महत्व है.
नवागढ़-बेमेतरा मार्ग पर अंधियारखोर से 2 किलोमीटर दूर मरका गांव स्थित है. गांव के पहले ही हरियाली से भरा हुआ बगीचा है, जहां प्राचीन शिव मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर, राम मंदिर, वैष्णव माता मंदिर सहित अन्य देवी देवताओं की मंदिर है. लोगों की मान्यता है कि बेलपत्रों से आच्छादित इस शिव धाम में आने से शांति और सुकून का अहसास होता है.