बेमेतरा:मौसम में लगातार हो रहे बदलाव की वजह से धान और सोयाबीन की फसलों में फफूंद जनित बीमारी और कीट प्रकोप ने अपना डेरा डाल लिया है. जिससे किसान परेशान नजर आ रहे हैं. लगातार हो रहे मौसम में बदलाव से कृषि रासायनिक दवाओं का फसलों पर असर होता नजर नहीं आ रहा है. जिससे किसानों को दोबारा मेहनत करनी पड़ रही है.
प्रदेश में अपनी उन्हारी उत्पादन के लिए पहचान रखने वाला बेमेतरा जिले में किसानों की चना फसल बेमौसम पानी से बर्बाद हो गई थी. अब सोयाबीन की फसल भी पूरी तरह से तबाह हो गई है. फसलों में लगने वाले कीट के लिए किसान फफूंदनाशक और कीटनाशक दवाओं का लगातार छिड़काव कर रहे हैं, लेकिन मौसम में हो रहे लगातार बदलाव से इन दवाओं का फसलों पर किसी भी तरह का असर होता दिखाई नहीं दे रहा है. जिससे किसानों को दोबारा दवाईयों का छिड़काव करना पड़ रहा है.
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