बेमेतरा: बिलासपुर जिले के तखतपुर में मवेशियों की मौत के बाद शासन-प्रशासन गौठान और गौशाला को लेकर गम्भीर नजर आ रहा है. बता दें कि बुधवार को छत्तीसगढ़ गौसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास ने संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे के साथ नवागढ़ विधानसभा के झालम गांव में बन रहे गौ अभ्यारण्य का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अभ्यारण में सुविधाओं के बारे में जानकारी भी ली.
तखतपुर में गौवंश की मौत दुर्भाग्यपूर्ण बिलासपुर के तखतपुर के मेड़पार के जर्जर भवन में 50 गायों की मौत के मामले में सवाल पूछे जाने पर गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष रामसुन्दर दास ने कहा कि तखतपुर में जो हुआ है वो दुर्गाग्यपूर्ण है. यह एक मानवीय भूल है. वहां अगर आपसी सलाह से काम किया गया होता, तो ये घटना घटित नहीं होती.
गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास गोबर खरीदने वाली विश्व की पहली सरकार- छतीसगढ़ सरकार
बेमेतरा दौरे पर आए प्रदेश गौसेवा आयोग के अध्यक्ष रामसुन्दर दास ने कहा कि छतीसगढ़ सरकार भारत में हीं नहीं बल्कि पूरे विश्वभर में गोबर खरीदने वाली पहली सरकार है, सरकार का यह प्रयोग पूरी तरह सफल होगा. उन्होंने आगे कहा कि सरकार के इस योजना से किसानों का आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. इसके साथ ही इस योजना से गौ माता का संरक्षण और संवर्धन होगा.
महंत रामसुन्दर दास ने किया गौ अभ्यारण्य का निरीक्षण छत्तीसगढ़ में झालम अभ्यारण्य की तर्ज पर बनेंगे अभ्यारण
रामसुन्दर दास ने कहा कि वे बेमेतरा गौ अभ्यारण्य देखने आए हैं. उन्होंने कहा कि गौ अभ्यारण को आगे और भी विकसित किया जाएगा. गौठान और गौशाला में रखे पशुओं के समुचित देखभाल के लिए गौ सेवा आयोग संकल्पित है. इसी कड़ी में उन्होंने जमीनी जानकारी के लिए झालम पहुंचकर व्यवस्था की जानकारी ली. वहीं नवागढ़ विधायक और संसदीय सचिव गुरुदयाल बंजारे ने कहा कि छत्तीसगढ़ का पहला गौ अभ्यारण्य नवागढ़ विधानसभा में होना, यहां के लिए गर्व की बात है. उन्होंने आगे कहा कि झालम गौ अभ्यारण्य को बेहतर बनने के लिए वे हर संभव कोशिश करेंगे.
25 जुलाई को तखतपुर में हुई थी 50 से ज्यादा गोवंशों की मौत
बता दें कि बिलासपुर जिले के तखतपुर विकासखंड में 25 जुलाई की सुबह एक गौठान में 50 से ज्यादा गोवंश की मौत से हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि विकासखंड के मेड़पार गांव में पिछले दिनों अस्थाई गौठान स्थापित किया गया था. जहां पर 100 से ज्यादा मवेशियों को एक साथ रखा गया था. सुबह के वक्त ग्रामीणों ने देखा कि 50 से ज्यादा गोवंश की मौत हो गई है. वहीं भवन में एक साथ इतने सारे मवेशियों को रखने के कारण दम घुटने से मवेशियों की मौत होने की आशंका जताई जा रही है. बहरहाल, इस मामले में अब आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
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सीएम ने भी दिए जांच के आदेश
बता दें कि बिलासपुर के तखतपुर में 25 जुलाई को लगभग 50 गोवंश की मौत के बाद से हड़कंप मच गया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. वहीं बीजेपी ने इस मसले में कांग्रेस सरकार पर लगातार निशाना साध रही है.