बेमेतरा : नवागढ़ में जल संसाधन विभाग का कार्यालय पिछले 45 सालों से जर्जर हालत में हैं. जगह-जगह दरारें आ गई है. छत का प्लास्टर भी गिर रहा है. अधिकारी-कर्मचारी जान जोखिम में डालकर यहां काम कर रहे हैं. वहीं अनुविभागीय अधिकारी का कहना है कि जल्द काम शुरू होगा, लेकिन अबतक ऐसा हुआ नहीं है.
बेमेतरा : जल संसाधन विभाग का दफ्तर जर्जर, जान जोखिम में डालकर काम कर रहे कर्मचारी - बेमेतरा जलसंसाधन विभाग की हालत खराब
जिले के नवागढ़ में जल संसाधन विभाग का दफ़्तर जर्जर अवस्था में चल रहा है. कर्मचारी जान जोखिम में डालकर काम रहे हैं. कभी भी बड़ा हादसा होने की आशंका है.
नवागढ ब्लॉक के जल संसाधन कार्यालय से 56 गांव में पानी की सप्लाई की जाती है. कार्यालय में एक हॉल और पांच कमरे हैं. सभी की हालत जर्जर है. दफ्तर में एसडीओ, पांच सब इंजीनियर समेत कर्मचारी जान जोखिम में डालकर काम करते हैं. दफ्तर की छत उड़ चुकी है, दीवारों में दरारें पड़ चुकी हैं. खिड़कियां, दरवाजे टूट चुके हैं. फर्श उखड़ चुकी है और सरकारी फाइलों को चूहे कुतर रहें हैं. यदि दफ्तर को किसी दूसरे भवन में शिप्ट नहीं किया गया तो बड़ा हादसा हो सकता है.
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कर्मचारियों के भवन की हालात भी बदहाल
दफ्तर के साथ-साथ अधिकारी और कर्मचारियों के आवास भी जर्जर हालत में है. वे किराए के मकान में रह रहे हैं. 1975 में जब कार्यालय बना तब भवन की हालत ठीक थी. मरम्मत नहीं होने के स्थिति बद से बदतर हो गई.
उच्च कार्यालय को भेजी गई जानकारी
इस संबंध में नवागढ़ जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी खिलेश्वर साहू ने बताया कि जर्जर भवन की जानकारी उच्च कार्यालय को भेज दी गई है. जल्द ही काम शुरू हो जाएगा. कर्मचारी दफ्तर की उन जगहों से काम कर रहे है, जिसकी हालत थोड़ी ठीक है.