बेमेतरा:सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणी (Controversial comment on social media) के मामले में सिटी कोतवाली (City Kotwali bemetara) पुलिस नगर के वार्ड-11 से सेना के जवान सुरेंद्र सिंह चौहान (सूर्या) को गिरफ्तार किया है. कोतवाली पुलिस ने जवान पर धारा 151भादवि कायम कर गिरफ्तार के न्यायलय में पेश किया है, जिसे जेल भेज दिया गया है. जवान को जब पुलिस न्यायालय से जेल ले जा रही थी तभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया और पुलिस गाड़ी रोकने का प्रयास किया. कांग्रेस कार्यकर्ता जवान के साथ मारपीट को उतारू थे.
पूरा मामला सोशल मीडिया से जुड़ा हुआ है. जहां सेना के जवान सुरेंद्र सिंह चौहान सूर्या ने फेसबुक लाइव कर जनप्रतिनिधि और उसके कार्यकर्ताओं के खिलाफ लगातार अमर्यादित भाषाओं का प्रयोग किया. जिस पर कोतवाली में 3 मई को अजय राज सेन, 14 मई को सौरभ राघव और 23 मई को वैभव मिश्रा ने शिकायत दर्ज कराई थी. बेमेतरा सिटी कोतवाली पुलिस ने असम रायफल के डीजी को महीने भर पहले ही इसकी सूचना दी थी. ड्यूटी से छुट्टी पर घर आते ही पुलिस ने जवान को धर दबोचा और न्यायालय में पेश किया.
बिजली कटौती से परेशान हुए लोग, जगह-जगह झुके पोल और तार
एसडीएम न्यायालय में घंटो रही तनाव की स्थिति
गिरफ्तारी के बाद एसडीएम न्यायालय और कलेक्टर निवास के पास करीब 2 घंटे तक तक और हंगामे की स्थिति बनी रही. करीब 100 युवाओं का हुजूम एसडीएम न्यायालय के पास एकत्रित हो गया और गिरफ्तार जवान को सौंपने की मांग करते हुए पुलिस वाहन को घेर लिया. इस दौरान पुलिस ने बड़ी मशक्कत से जवान को वहां से बाहर निकाला. कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस की झूमा झटकी की भी देखने को मिली.
जवान के परिजन के साथ हुई कांग्रेस कार्यकर्ताओं की झड़प
बेमेतरा कलेक्टर निवास के पास जवान के परिजन भीड़ के हत्थे चढ़ गए. जहां दोनों पक्षों में जमकर झूमा झटकी देखने को मिली. जवान के परिजन के वाहन में तोड़फोड़ भी हुई है. जिसे लेकर दोनों पक्षों ने कोतवाली में एक-दूसरे के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराई है.
जवान ने कानूनी कार्रवाई में नहीं किया सहयोग: एसडीओपी
बेमेतरा के एसडीओपी राजीव शर्मा ने कहा कि बेमेतरा वार्ड क्रमांक 11 गंजपारा निवासी सेना का जवान सूर्या सिंह चौहान के खिलाफ थाने में तीन अलग-अलग प्रकरण दर्ज है. जिसके तहत उन्हें गिरफ्तार करने पुलिस पहुंची हुई थी. वह कानूनी कार्रवाई में सहयोग करने की बजाए उल्टे पुलिस उलझ गए थे, जिसके कारण अलग से अपराध दर्ज किया गया है. एसडीओपी राजीव शर्मा ने कहा कि जिनके खिलाफ इन्होंने सोशल मीडिया में टिप्पणी की थी वह लोग हंगामा कर रहे थे. जवान के परिजनों के साथ भी वाद-विवाद की स्थिति निर्मित हुई है.