बेमेतरा:जिले में 332 स्कूल जर्जर स्थिति में है. ऐसे में अगर समय रहते इन स्कूलों की मरम्मत नहीं हुई, तो ये डिसमेंटल करने लायक हो जाएंगे, लेकिन स्कूल भवनों की बुरी हालत पर अबतक जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं. कोरोना काल के चलते 2 सालों से स्कूल बंद है, लेकिन अब कोरोना की रफ्तार कम होने से स्कूलों के खुलने की संभावना बनी हुई है. स्कूलों की ऐसी जर्जर स्थिति में बच्चे हादसे का शिकार हो सकते हैं.
बेमेतरा में 332 स्कूल हुए जर्जर जानिए किस ब्लॉक में कितने स्कूल जर्जर
बेमेतरा में 332 प्राथमिक माध्यमिक और हाई स्कूल जर्जर अवस्था में है. जिसमें कुछ स्कूलों के छत की हालत काफी खस्ता है, तो कई स्कूलों की दीवार जर्जर हो चुकी है. कुछ की बाउंड्रीवाल जर्जर हो चुकी है. जिला शिक्षा विभाग कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार बेमेतरा ब्लॉक में 116 स्कूल मरम्मत योग्य हैं, जिसमें 66 प्रायमरी, 30 मिडिल, 6 हाई और 13 हायर सेकेंडरी स्कूल शामिल हैं. बेरला में 78 स्कूल जर्जर हैं. जिसमें 49 प्राथमिक, 22 मिडिल 22, 2 हाई और 5 हायर सेकंडरी स्कूल का हाल बेहाल हैं. इसी तरह साजा और नवागढ़ में 140 स्कूलों की स्थिति ठीक नहीं है. 74 प्राथमिक स्कूल, 37 मिडिल स्कूल, 6 हाई और 22 हायर सेकेंडरी स्कूल जर्जर अवस्था में हैं.
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फंड आने के बाद मरम्मत कार्य होंगे शुरू
इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी मधुलिका तिवारी (District Education Officer Madhulika Tiwari) ने बताया कि जर्जर हुए स्कूलों की रिपोर्ट बनाकर सचिवालय (secretariat) भेज दिया गया है. जैसे ही फंड आएगा स्कूलों के मरम्मत कार्य शुरू कर दिए जाएंगे. जिला कलेक्टर शिव अनंत तायल (Bemetara collector Shiv Anant Tayal) ने कहा कि कई स्कूल डिस्मेंटल के लायक हैं. जिन्हें डिस्मेंटल किया जाएगा. कुछ स्कूल भवन गारंटी अवधि में है. जिन्हें कॉन्ट्रेक्टर को पत्र लिखकर मरम्मत कराई जाएगी. बाकि जो भी स्कूल भवन मरम्मत करवाने योग्य होंगे, वहां जल्द मरम्मत कार्य कराए जाएंगे.