बेमेतरा: जिला अस्पताल में पदस्थ संविदा डाक्टरों सहित जिले के कुल 17 डॉक्टर्स ने विगत 5 दिनों से ओपीडी के साथ इमरजेंसी सेवाओं का बहिष्कार शुरू कर दिया है, जिससे जिला अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरीके से चरमरा गई है और दूरदराज से आए मरीजों को निजी अस्पतालों की शरण लेनी पड़ रही है.
छत्तीसगढ़ इन सर्विस डॉक्टर एसोसिएशन के डॉक्टर्स ने ओपीडी का 5 दिनों से बहिष्कार जारी रखा है. साथ ही डॉक्टरों ने अन्य सेवा भी देनी बंद कर दी है. इससे मरीजों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है. बता दें कि डॉक्टर्स के हड़ताल के कारण मरीज अब जिला अस्पताल का रुख नहीं कर रहे हैं बल्कि निजी अस्पतालों में शरण लेने को मजबूर हो रहे हैं. इससे जिला अस्पताल में सन्नाटा पसरा हुआ है.
पोस्टमार्टम के केस को रायपुर रिफर
एमएलसी या पोस्टमार्टम के केस को रायपुर रिफर किया जा रहा है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के मुताबिक सिविल सर्जन एसके पाल ने हड़ताली डॉक्टरों को जल्द से जल्द काम पर लौटने के लिए नोटिस जारी किया है, लेकिन अब तक इसका असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है.
डॉक्टर्स की संगठन सीडा ने शासन के समक्ष रखी 6 मांग
- डबल शिफ्ट ओपीडी की व्यवस्था निरस्त करने की मांग.
- अधिकतम ड्यूटी सीमा को निर्धारण करने की मांग.
- अवकाश की पात्रता देने 24 घंटे संपूर्ण स्वास्थ्य की सेवा की उपलब्धता.
- मरीजों के अनुसार डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग.
- चिकित्सा अधिकारियों के विलोपित किए गए 794 पदों को बहाल करने की मांग शामिल है.
इस संबंध में मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश कुमार शर्मा ने बताया कि, जिले के 17 डॉक्टरों ने हड़ताल किया है. सुचारू रूप से स्वास्थ्य संचालन के लिए हमने आयुर्वेद अधिकारी से बात करके पीएससी लेवल के डॉक्टरों को इमरजेंसी सेवा में लगाया गया है.