बलौदाबाजार: देश कोरोना वायरस के प्रकोप से गुजर रहा है. पूरे देश में श्रमिक और गरीब तबका आर्थिक तंगी से जूझ रहा है, ऐसे में शासन की तरफ से मनरेगा योजना के तहत दिया जा रहा काम मजदूरों के लिए वरदान साबित हो रहा है. काम मिलने पर मजदूरों को अब आर्थिक तंगी की चिंता से मुक्ति मिल गई है.
सोशल डिस्टेंसिंंग के साथ काम कर रहे मजदूर वहीं बिलाईगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत पवनी में मनरेगा के तहत गांव में लगातार मजदूरी का काम स्वीकृत किया जा रहा है, ताकि मजदूरों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े. वहीं सरपंच ने कहा कि कोरोना वायरस के मुश्किल हालात के बीच सुरक्षा को लेकर दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए श्रमिक काम कर रहे हैं. कार्यस्थल पर मास्क लगाकर मनरेगा के मजदूर काम कर रहे हैं और साबुन, सैनिटाइजर, हैंडवॉश से लगातार हाथ भी धो रहे हैं.
काम मिलने से दूर हुई रोजी-रोटी की चिंता मजदूरों को मनरेगा के तहत मिल रहा काम
वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के परिवारों की आजीविका सुरक्षा, हर परिवार के मजदूरी करने के इच्छुक वयस्क सदस्य को केन्द्र सरकार से प्रत्येक वित्तीय वर्ष में 100 दिन और राज्य सरकार से 50 दिन का रोजगार योजना के तहत मुहैया कराया जा रहा है. वर्तमान में जिस तरह के हालात निर्मित हैं, ऐसे में मनरेगा श्रमिकों के लिए वरदान साबित हो रहा है. मनरेगा श्रमिकों को काम करने के एवज में हर दिन 190 रुपए की मजदूरी दी जा रही है.
तालाब गहरीकरण के काम में लगे 250 मजदूर
वहीं ग्राम पंचायत पवनी में रोजगार गारंटी के तहत तालाब गहरीरण का काम किया जा रहा है, जिसमें 250 से अधिक मजदूरों को प्रतिदिन काम दिया जा रहा है. काम को तीन शिफ्ट में किया जा रहा है, जिससे सोशल डिस्टेंस बना रहे. महिलाओं की संख्या पुरुष से ज्यादा है, सभी मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर काम कर रहे हैं.
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