छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

कसडोल: PCC चीफ मोहन मरकाम के स्वागत में उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां - कोरोना के नियमों का उल्लंघन

पीसीसी चीफ मोहन मरकाम बुधवार को कसडोल पहुंचे. यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का गर्मजोशी से स्वागत किया, लेकिन इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता ये भूल गए कि इस वक्त प्रदेश कोरोना महामारी के भीषण प्रकोप से जूझ रहा है. मोहन मरकाम के स्वागत में कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाईं.

violation of rules of corona virus
उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां

By

Published : Oct 1, 2020, 7:46 AM IST

बलौदाबाजार: कोंडागांव के विधायक और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम बुधवार को कसडोल पहुंचे. यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का गर्मजोशी से स्वागत किया, लेकिन इस दौरान वे कोरोना के प्रकोप को भूल गए और सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम के स्वागत में उमड़ी भीड़ ने बलौदाबाजार जिला प्रशासन की गाइडलाइन का जमकर मखौल उड़ाया. अधिकांश कार्यकर्ताओं ने मास्क तक नहीं पहना था.

इस दौरान पुलिस और कसडोल तहसीलदार मौके पर मौजूद रहे, लेकिन प्रशासनिक अमला सत्ता पक्ष के आगे नतमस्तक नजर आया. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम सुबह 9 बजे कसडोल पहुंचे. बिलाईगढ़ विधायक और संसदीय सचिव चंद्रदेव राय के पिता की मौत के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए मोहन मरकाम पहुंचे थे. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पीसीसी अध्यक्ष के स्वागत में कोरोना की गाइडलाइन को तार-तार कर दिया.

उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां

लगातार बढ़ रहा कोरोना वायरस का संक्रमण

बलौदाबाजार में लगातार कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 3 हजार 264 हो गया है, जिसमें अभी भी 1 हजार 675 एक्टिव केस हैं. वायरस की वजह से जिले में 41 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. जिसमें कसडोल का एक डॉक्टर, कसडोल में पदस्थ नायब तहसीलदार और बिलाईगढ़ के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष यूसुफ खान भी शामिल हैं.

पढ़ें-15 अक्टूबर से खुल सकेंगे सिनेमा हॉल, स्कूल खोलने पर राज्य करेंगे फैसला

बलौदाबाजार जिले का कसडोल विकासखंड कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है. जिले में 22 सितंबर से 29 सितंबर तक लॉकडाउन लगाया गया था. 29 सितंबर को लॉकडाउन खोलने का आदेश शर्तों के साथ दिया गया था. जिसमें मास्क नहीं पहनने पर 100 रुपया जुर्माना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर 200 जुर्माने का प्रावधान किया गया है. ऐसे में बड़ा सवाल ये उठता है कि क्या नियम और कानून सिर्फ आमजनों के लिए हैं, क्या जनप्रतिधियों का इस महामारी से कोई सरोकार नहीं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details