बलौदा बाजार: कहते हैं कि कानून अंधा होता है. हमें हमेशा से यही सिखाया जाता है कि कानून की देवी अंधी इसलिए होती है ताकि वह हर दोषी को समान रूप से परख सकें. किसी की तरह उसका तनिक भी झुकाव या लगाव न हो, लेकिन जिले के मोहतरा गांव में माता- पिता अपने बेटी के हत्यारे को सजा दिलाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं और सभी जगह न्याय की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है.
मृतक जयंती के माता-पिता का आरोप है कि मोहतरा गांव से खजरी गांव में जयंती साहू की तीन महीने पहले शादी हुई थी. शादी के एक महीने बाद ही उसके पति कन्हैया साहू ने जयंती को दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था, जिसके बाद कई बार सामाजिक बैठक कर समस्या को सुलझाया भी गया था, लेकिन 3 महीने बाद ही जयंती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी, जिसके बाद परिजनों ने ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगाया था, लेकिन बिलाईगढ़ पुलिस जयंती के हत्यारों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की है. माता- पिता बेटी को न्याय दिलाने के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं.