बलौदाबाजार: जिले में प्रशासन की लापरवाही के चलते लाखों का धान बर्बाद होने की स्थिति में है. पूरे छत्तीसगढ़ में 31 जनवरी तक धान खरीदी की गई थी, जिसे 4 महीने पूरे हो चुके हैं, लेकिन अभी भी लाखों का धान प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों में पड़ा हुआ है. ये लगातार तेज धूप और बेमौसम बारिश से खराब हो रहा है. जानकारी के अनुसार जिले में अभी भी साढ़े 3 लाख क्विंटल धान बदहाल स्थिति में पड़ा हुआ है. फिलहाल बचे हुए धान की देखभाल कर रही समितियां भी अब सरकार के लचर रवैये से परेशान हैं. समिति प्रबंधकों की मानें तो कई समितियां अब बर्बादी के कगार तक पहुंच चुकी हैं.
खुले में पड़ा है लाखों रुपये का धान
बलौदाबाजार जिला विपणन अधिकारी केशव कर्ष ने बताया कि जिले में 31 जनवरी 2021 तक धान खरीदी की गई थी, जिसमें 1 लाख 61 हजार 221 पंजीकृत किसानों से 66 लाख 94 हजार 44 क्विंटल धान खरीदा गया है. जिसमें से 3 लाख 50 हजार के करीब धान का उठाव बचा है. उन्होंने मीडिया को बताया था कि 30 मई तक बचे हुए धान का उठाव हो जाएगा, लेकिन अभी तक पूरे धान का उठाव नहीं हुआ है.
समिति प्रबंधक ने बताया धान खरीदी केंद्र का हाल
4 महीने बीत जाने के बाद भी धान का उठाव नहीं होने से सबसे ज्यादा परेशानी प्राथमिक कृषि साख समिति के प्रबंधकों को झेलनी पड़ रही है. उन्होंने बताया कि अभी भी समितियों में 25% धान का उठाव नहीं हुआ है.