भाटापारा: जहां पूरा देश कोरोना से लड़ रहा है, लॉकडाउन की स्थिति है. लोग अपने घर से दूर कई जगहों पर फंसे हुए हैं, जिससे दुखी हैं. गरीबों की सेवा जारी है, पूरे विश्व में कोरोना पीड़ितों की संख्या 11 लाख से ऊपर है. कोरोना के कारण कई संक्रमित लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन देश में लोग दिवाली की तरह फटाखे फोड़ रहे हैं. देश के कई जगहों पर जश्न जैसा माहौल है, जिसको लोगों ने शर्मनाक बताया है.
भाटापारा: 5 अप्रैल को पटाखे फोड़ने पर लोगों ने जताया विरोध, कहा- शर्मनाक
5 अप्रैल को 9 बजे 9 मिनट को प्रधानमंत्री के कहे अनुसार एक दीया देश के नाम जलाने को बोला था, जिसपर लोगों ने दीया तो जलाया, लेकिन पटाखे भी फोड़े, जिसके खिलाफ लोगों ने विरोध व्यक्त किया है.
बता दें कि बीजेपी समेत शहर में कई लोगों ने घरों के बाहर दीया जलाया, फटाखे फोड़े गए. भाटापारा के कांग्रेस और एनजीओ संस्थाओं ने विरोध किया. उनका कहना है कि दीया जलाना सही था, लेकिन त्योहार और जश्न मनाना गलत है. पूरा देश कोरोना के कारण शोक में डूबा है. वहीं इस तरह की हरकत ने देश को शर्मिंदा करने पर मजबूर किया है, जिनके घर मौत हुई है, उनके घर वाले खुद को अपमानित महसूस कर रहे होंगे. वहीं भाटापारा के कुछ स्थानों पर दीया जलाकर, भजन गाकर श्रद्धाजलि भी अर्पित की गई.