बलौदाबाजार-भाटापारा: जिले में रॉयल्टी चोरी का काम धड़ल्ले से चल रहा है. पलारी तहसीलदार का ट्रांसफर का मामला गरमाया हुआ है. जिसके चलते कांग्रेस सरकार, जिला प्रशासन और कसडोल विधायक सुर्खियों में हैं. हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई हुई. केस की सुनवाई के बाद अदालत ने तबादला आदेश पर अंतरिम राहत प्रदान करते हुए अगली सुनवाई तक स्टे लगाया है. मामले की अगली सुनवाई 21 अप्रैल को रखी गई है. इस दौरान राज्य शासन की ओर से डिप्टी एजी संदीप दुबे ने शासन का पक्ष रखा.
क्या है पूरा मामला:पलारी तहसीलदार नीलमणि दुबे की टीम ने 29 मार्च को एक ट्रक को अवैध रेत परिवहन करने के आरोप में पकड़ा था. कार्रवाई से नाराज विधायक शकुंतला साहू पलारी तहसील दफ्तर पहुंची. उन्होंने पलारी तहसीलदार को 24 घंटे के भीतर ट्रांसफर करवाने की धमकी दी थी. इसके करीब दो घंटे बाद ही राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग मंत्रालय से सिंगल आदेश निकाल कर तहसीलदार नीलमणि दुबे का ट्रांसफर कर दिया गया . उनका तबादला मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय, रायपुर में कर दिया गया था.