बलौदाबाजार:मनखे-मनखे एक समान का संदेश देने वाले संत शिरोमणि गुरु घासीदास बाबा की जन्मभूमि और तपोभूमि गिरौदपुरी धाम में गुरुदर्शन मेला गुरुवार को शुरू हुआ. गुरुदर्शन मेले का 18 मार्च से 20 मार्च तक आयोजन किया जा रहा है. देश-विदेश से लोग मेले में शामिल होते है और गुरु घासीदास बाबा के चरणों मे माथा टेकते हैं. गुरुदर्शन मेले के पहले दिन छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह गिरौदपुरी धाम पहुंचे. उन्होंने बाबा घासीदास के चरणों मे माथा टेक राज्य के सुख-समृद्धि की कामना की.
गिरौदपुरी धाम में गुरुदर्शन मेला हर साल की तरह इस साल भी गिरौदपुरी धाम में फागुन पंचमी, षष्टि और सप्तमी को गुरुदर्शन मेले का आयोजन किया गया है. जिसमें देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे. गिरौदपुरी धाम में मुख्य रूप से लोग विश्व के सबसे बड़े जैतखाम को देखने आते हैं. लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण को देखते हुए भीड़ कम दिखाई दे रही है. मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को मास्क पहनकर आने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की है. साथ ही रात में विश्राम और यहां रूकने के लिए भी मना किया है.
मंत्री ने की नियमों का पालन करने की अपील
छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस साल किसी भी प्रकार का सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं रखा गया है. मेले में आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अपील भी की गई है कि कोविड के नियमों का पालन करें और विश्राम करने के लिए रात में ना रूके. बल्कि बाबा जी का आशीर्वाद लेकर वापस लौट जाए. यह अपील भी की जा रही है कि श्रद्धालु अपने घर पर ही रहकर बाबा गुरु घासीदास का आशीर्वाद प्राप्त करें.
गुरुदर्शन मेला आज से शुरू, देश-विदेश से पहुंच रहे श्रद्धालु
भाजपा के तमाम दिग्गज नेता पहुंचे गिरौदपुरी धाम
तीनदिवसीय गुरुदर्शन मेले के पहले दिन भाजपा के बड़े-बड़े दिग्गज गिरौदपुरी धाम पहुंचे. गिरौदपुरी पहुंचने से पहले कसडोल के भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया. जिसके बाद छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह गिरौदपुरी पहुंचकर गुरु घासीदास बाबा का आशीर्वाद लिया. डॉ रमन सिंह के साथ नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, विधायक बृजमोहन अग्रवाल, विधायक शिवरतन शर्मा, विधायक निर्मल सिन्हा समेत भाजपा के तमाम बड़े नेता मौजूद रहे.