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कसडोल के इस परिवार के हर सदस्य को मिला है राष्ट्रीय पुरस्कार - होम आइसोलेशन

कसडोल के रहने वाले बंजारे परिवार ने जिला समेत प्रदेश का मान बढ़ाया है. खास बात ये है कि इस परिवार के हर सदस्य को कोई न कोई राष्ट्रीय पुरस्कार (national award) मिला है. हालही में इस परिवार के दो बच्चों ने नेशनल लेवल पर खेल में भाग लिया और पुरस्कार भी जीता.

banjare family of kasdol
कसडोल का बंजारे परिवार

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Published : Jun 4, 2021, 9:55 PM IST

Updated : Jun 5, 2021, 5:48 PM IST

बलौदाबाजार: शहर में एक ऐसा परिवार है जिस परिवार के सभी सदस्यों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित (national award) किया गया है. भाई-बहन ने नेशनल लेवल पर टेबल सॉकर खेल (table soccer game) में मैडल जीता. तो वहीं पलको को शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय समता साहित्य अकादमी (Rashtriya Samta Sahitya Akademi) ने इन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया है. कसडोल के रहने वाले इस परिवार ने जिले का नाम ऊंचा किया है. कसडोल SDM ने इस होनहार परिवार को सम्मानित कर उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी है.

कसडोल का बंजारे परिवार

कसडोल के बंजारे परिवार ने जिला ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश का मान बढ़ाया है. बंजारे परिवार के मुखिया डॉ. राजकुमार बंजारे पेशे से शासकीय डॉक्टर हैं. जिला आयुष विंग के प्रभारी हैं और उनकी पत्नी मंजुलता बंजारे शासकीय स्कूल में टीचर हैं. जों बालिकाओं के शिक्षा स्तर को बढ़ाने और शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए पिछले 8 साल से सभी टॉपर बालिकाओं को नगद पुरस्कार से सम्मानित कर रही हैं. उनका मानना है कि ऐसा करने से छात्राओं में कॉम्पिटिशन की भावना बढ़ेगी. पढ़ाई-लिखाई में भी अपना बेस्ट प्रदर्शन करते रहेंगे. मंजुलता अब तक 250 से ज्यादा बालिकाओं को पुरस्कृत कर उनका हौसला बढ़ा चुकी हैं.

जनहित के कार्यो में सहयोग कर रहे डॉ. बंजारे

परिवार के मुखिया डॉ. राजकुमार बंजारे भी शासकीय काम के अलावा सामाजिक और जनहित कार्यो में पिछले 25 सालो से अपना योगदान दे रहे हैं. जिसके लिए उन्हें कई बार जिला और राज्य स्तर पर सम्मानित भी किया है. इसके अलावा पिछले 2 सालो में कोविड के दौरान अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए वो चर्चा में भी रहे है. डॉ. बंजारे लगातार कोरोना महामारी के दौरान अलग-अलग विभागों में सहयोग करते हैं. वर्तमान में वे आयुष विंग (ayush wing) के प्रभारी और जिले के सभी होम आइसोलेशन (home isolation) के मरीजों की मॉनिटरिंग का जिम्मा संभाल रहे हैं. इसके अलावा 3 और विभागों का प्रभार भी संभाल रहे हैं. जिसे डॉ. बंजारे बिना थके और बिना रुके निभा रहे हैं.

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12 राज्यो के खिलाड़ियों को पछाड़कर जीता मैडल

इस परिवार में दो होनहार बच्चे भी हैं. जिन्होंने प्रदेश के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मेडल भी जीता है. भाई-बहन ने दो अलग-अलग मैडल जीत राज्य और जिले का नाम बढ़ाया है. दोनो भाई-बहन टेबल सॉकर (table soccer) के खिलाड़ी हैं. हाल ही में हुए नेशनल टेबल सॉकर का मैच हुआ था, जिसमें 12 राज्यो के खिलाड़ियों ने भाग लिया था. 12 राज्यो के खिलाड़ियों को पछाड़कर दोनो भाई-बहनों ने 2 पदक जीता था. देवाशीष ने रजत पदक तो अदिति राज ने ब्रॉन्ज पदक जीता. खुशी की बात तो ये है कि अदिति राज ने पहले ही अटेंप्ट में मैडल जीता है, जो जिले के लिए गर्व की बात है.

बच्चों ने कोच को दिया श्रेय

कसडोल के बंजारे परिवार की सराहना आज पूरा जिला कर रहा है. सभी ने परिवार के स्वस्थ और उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है. राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतने के लिए बच्चों ने इसका श्रेय अपने कोच आलोक मिश्रा को दिया है. आलोक मिश्रा शासकीय शिक्षक और विभिन्न खेलो के कोच हैं. जो लागतार जिले में बच्चों को अलग-अलग तरह के खेल के लिए ट्रेनिंग देते हैं. आलोक ने दोनों होनहार भाई-बहन की प्रशंसा की और आगे अच्छे प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी. बंजारे परिवार के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मिले हुए पुरस्कार कोरियर से कसडोल पहुंचा था. जिसे कसडोल SDM मिथलेश डोंडे (Kasdol SDM Mithlesh Donde) ने बंजारे परिवार के सभी प्रतिभावान सदस्यों को अपने हाथों से दिया.

Last Updated : Jun 5, 2021, 5:48 PM IST

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