बलौदाबाजार: कसडोल के पिसीद आंगनबाड़ी में सहायिका की बड़ी लापरवाही सामने आई है. सहायिका ने ढाई साल के दुधमुंहे बच्चे को जलती हुई अगरबत्ती पकड़ा दी और खाना बनाने चली गई, जिससे बच्चे ने अपनी आंखों में घुसा लिया और बच्चे की आंख बुरी तरह जख्मी हो गई. बच्चे की आंख बुरी तरह जल गई है और आंख की पुतली में फोड़े हो गए हैं.
आंगनबाड़ी सहायिका की लापरवाही से बच्चे की आंख हुई जख्मी केंद्र क्रमांक चार में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुष्पलता साहू और सहायक चूणामणि बंजारे की लापरवाही से दुधमुंहा बच्चा इस हादसे का शिकार हो गया. वहीं जब सहायिका ने बच्चे की रोने की आवाज सुनी और मौके पर पहुंची तो बच्चे की हालत खराब थी, जिसे देखकर उसने बच्चे को घर पहुंचा दिया.
परिजनों ने सहायिका के खिलाफ दर्ज कराई रिपोर्ट
बच्चे के परिजन के मुताबिक आगंनबाड़ी कार्यकर्ता पुष्पलता साहू लगातार केंद्र से नदारद रहती है. बच्चे की आंख जलने के बाद परिजन बच्चे को बलौदाबाजार जिला अस्पताल लेकर गए. जहां डॉक्टर ने बताया कि बच्चे की आंख की पुतली जलने के कारण फफोले निकल आया हैं. वहीं बच्चे के इलाज के बाद परिजनों ने सहायिका के खिलाफ कसडोल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई.
वहीं प्रभारी परियोजना अधिकारी जया पटेल भी कसडोल ऑफिस से नदारत रही, घटना के बारे में बाते करने के लिए फोन लगाया गया, लेकिन मैडम ने फोन रिसिव करना भी उचित नहीं समझा.
हादसे के बाद सहमें दूसरे बच्चों के परिजन
छत्तीसगढ़ में बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना की गई है, जहां छोटे छोटे बच्चों को सुपोषित करने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में पूरक पोषण आहार दिया जाता है, लेकिन आंगनबाड़ी सहायिका की इस लापरवाही की वजह से अब दूसरे बच्चों के मां-बाप भी अपने बच्चों को आंगनबाड़ी भेजने से डरने लगेंगे.