बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ में कोरोना से हालात कितने भयावह हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शवों को अंतिम संस्कार तक नसीब नहीं हो रहा है. खपरिडीह गांव में एक ही परिवार के 6 लोग कोरोना संक्रमित मिले थे. जिनमें से दो लोगों की कोरोना से मौत हो गई. बेटे की मौत बिलासपुर के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई. वहीं मां ने होम आइसोलेशन में दम तोड़ दिया. अस्पताल प्रबंधन ने कोरोना मरीज के अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सूचित किया. लेकिन परिवार का एक भी सदस्य मृत व्यक्ति के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच सका. वहीं गांव में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ परिजन और ग्रामीणों ने भी मां का शव उठाने से मना कर दिया. SDM के आदेश के बाद गांव के सरपंच और पंचों ने महिला का अंतिम संस्कार किया.
कोरोना से एक ही परिवार के दो लोगों की मौत
कोरोना की दूसरी लहर अब गांव में भी पैर पसारने लगी है. कोरोना की चपेट में आने से ग्राम खपरिडीह में मां-बेटे की मौत हो गई. ग्रामीणों के अनुसार ग्राम खपरिडीह निवासी नागेश दास रायपुर में किसी कंपनी में इलेक्ट्रीशियन का काम करता था. वह होली मनाने घर आया हुआ था. इसी बीच उसकी तबीयत खराब हुई. उसे बिलासपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई. परिवार के अन्य लोगों की भी कोरोना जांच कराई गई. परिवार के अन्य 5 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए. सभी का इलाज होम आइसोलेशन में चल रहा था.
अस्पताल के सामने बेबस बेटे ने चीखकर कहा-'मेरे पिता मर जाएंगे तब उनका इलाज होगा क्या ?'