बलौदा बाजार: प्रदेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट नरवा,गरवा,घुरवा, बारी दम तोड़ते नजर आ रही है. जिले की सड़कों पर इन दिनों मवेशियों ने कब्जा किया हुआ है. सड़क पर बैठे मवेशी आए दिन हादसों को न्यौता दे रहा है. इससे राहगीरों को आने-जाने में खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं मवेशी आए दिन किसी न किसी दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं.
जिले में गरवा का बुरा हाल, सड़क पर घूम रहे मवेशी बन रहे 'काल' - सड़क
एक ओर जहां भूपेश सरकार नरवा-गरवा-घुरवा-बारी की बात कहते नहीं थकती. वहीं दूसरी ओर दिन-रात सड़कों पर मवेशियों का जमावड़ा लगा रहता है. भूपेश सरकार को सत्ता में आए 7 महीने बीत चुके है, लेकिन अब तक इन मवेशियों को सड़क से हटाने के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई है.
एक ओर जहां भूपेश सरकार नरवा-गरवा-घुरवा-बारी की बात कहते नहीं थकती. वहीं दूसरी ओर दिन-रात सड़कों पर मवेशियों का जमावड़ा लगा रहता है. भूपेश सरकार को सत्ता में आए 7 महीने बीत चुके है, लेकिन अब तक इन मवेशियों को सड़क से हटाने के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई है.
ट्रैफिक जाम का कारण
सड़कों पर बैठे मवेशी दुर्घटना और ट्रैफिक जाम का कारण बनते जा रहे है. इस और न तो प्रशान ध्यान दे रहा है और न ही नगरीय निकाय. मवेशियों की वजह सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है. वहीं न जाने रात में कितने मवेशियों की तेज रफ्तार गाड़ी के नीचे आने से मौत हो जाती है.