बलौदाबाजार: जिले से बिलाईगढ़ विकासखंड में मौजूद शासकीय प्राथमिक शाला सलिहा की हालत इतनी जर्जर है कि शिक्षकों को यहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के मद्देजर दूसरे स्कूल के बरामदे में क्लास लगानी पड़ रही है.
बरामदे में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर छात्र बता दें कि स्कूल भवन का निर्माण 70 के दशक में कराया गया था. वक्त बीतता गया, लेकिन भवन की मरम्मत कराने की जहमत किसी ने नहीं उठाई, जिसका नतीजा यह हुआ कि, स्कूल की छत के साथ दीवारें भी जर्जर हो गईं.
नहीं सुलझी समस्या
बारिश के दौरान तो हालात और बुरे हो जाते हैं. स्कूल की छत से पानी टपकता है, जिसकी वजह से यहां पदस्थ टीचर्स को बरामदे में पहली से लेकर पांचवीं तक की क्लास दूसरे स्कूल के बरामदे में एक साथ लगानी पड़ती है. स्कूल के प्रधान पाठक ने बताया कि वे इसकी शिकायत कई बार कलेक्टर जनदर्शन और BEO कार्यलय में कर चुके हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है.
कब नसीब होगा नया स्कूल
सरकार बदली. सूबे का मुखिया बदला लेकिन नहीं बदली तो स्कूल भवन की सूरत. अब देखना यह होगा कि सरकार कब इन नौनिहालों की सुध लेगी और कब उन्हें नया स्कूल भवन नसीब होगा.