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बलौदा बाजार कलेक्टर ने पीएम को बताया जिले में कैसे घटी संक्रमण की रफ्तार - बलौदाबाजार में कोरोना के मामले

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के 5 जिलों के कलेक्टर के साथ चर्चा की. इस बैठक में सीएम भूपेश बघेल भी शामिल रहे. पीएम मोदी ने अफसरों की हौसला अफजाई करते हुए उन्हें कोरोना की इस विपरीत परिस्थिति में काम करने के लिए उनकी पीठ थपथपाई. इस दौरान बलौदा बाजार कलेक्टर ने पीएम को जिले की स्थिति को लेकर जानकारी दी.

Collector's virtual meeting with PM Modi
वर्चुअल मीटिंग में शामिल बलौदाबाजार कलेक्टर

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Published : May 20, 2021, 5:18 PM IST

बलौदा बाजार: देश के चुनिंदा जिलों के कलेक्टर से गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की. पीएम ने जिले में कोरोना के हालात और उससे बचाव के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी ली. प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ से 5 जिले के कलेक्टर से बात की. जिसमें रायगढ़, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, कोरबा के साथ बलौदा बाजार शामिल है.

वर्चुअल मीटिंग में शामिल बलौदाबाजार कलेक्टर

मीडिया से चर्चा के दौरान बलौदा बाजार कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने बताया कि संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए कई नई पहल जिले में की गई है. जिसमें गांव-गांव में ग्राम निगरानी दल का गठन, गावों में पल्स ऑक्सीमीटर की व्यवस्था सहित संभावित मरीजों को पहले ही ट्रेस कर उन्हें मितानिनों के जरिए दवाई देना, टेस्टिंग की भी संख्या में बढ़ोतरी, पूरे जिले में होम आइसलोशन देने जैसे बहुत से फैसले शामिल हैं. मरीजों की निगरानी के लिए 50 सरकारी डॉक्टरों की अलग से ड्यूटी लगाई गई है. साथ ही निजी डॉक्टरों की भी मदद ली जा रही है. मानसिक तनाव को कम करने के लिए विशेष पहल के साथ डॉक्टरों की एक अलग टीम बनाई गई है. जिले में एक समय ऐसा था जब संक्रमण की दर 42% तक पहुंच चुकी थी, लेकिन सबकी मेहनत से संक्रमण दर 7% तक आ पाई है.

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वैक्सीनेशन के लिए किया जा रहा प्रेरित

उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय में 500 बिस्तर कोविड हॉस्पिटल बनाया गया है. यह राज्य का पहला ऐसा हॉस्पिटल है जिसमे मंडी को हॉस्पिटल में परिवर्तित किया गया है. जिलें में अभी पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर सहित नॉर्मल बेड उपलब्ध है. कलेक्टर ने बताया कि जिले में मृत्यु दर को रोकने के लिए ग्रामीण इलाकों में लक्षण दिखाई देने पर ही दवाइयां दी जा रही है. रिपोर्ट का इंतजार न करते हुए सभी को मेडिसिन उपलब्ध कराई जा रही है. गांववालों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और मितानिनों की मदद ली जा रही है.

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