बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ सरकार ने फसलों के बचाव के उद्देश्य से रोका-छेका अभियान का शुभारंभ किया है, लेकिन नगर पंचायत भटगांव में गौठान नहीं होने के कारण इसका पालन नहीं हो रहा है और मवेशी इधर-उधर घूमते नजर आ रहे हैं. जिसकी वजह से अभी भी मवेशियों के सड़क दुर्घटनाओं का शिकार होने का खतरा बना हुआ है, साथ ही आने-जाने वाले राहगीर भी हादसे का शिकार हो सकते हैं.
बिलाईगढ़ ब्लॉक के नगर पंचायत भटगांव में गौठान की कमी की वजह से रोका-छेका अभियान का असर नहीं दिख रहा है, हालांकि भटगांव में कांजी हाउस के लिए स्वीकृत 5 लाख रुपए से अस्थायी गौठान तो बनाया है, लेकिन यहां भारी अव्यवस्था है.
अस्थायी गौठान का बुरा हाल
जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के चलते मानसून आने के बाद भी अब तक अस्थायी गौठान की छत नहीं बनी है. साथ ही बारिश की वजह से गौठान में पूरी तरह कीचड़ भरा हुआ है. इसके अलावा पीने के लिए पानी की भी सुविधा उपलब्ध नहीं है. ऐसे हालातों में मवेशियों को रखना उचित नहीं है. यही कारण है कि मवेशी इधर-उधर सड़कों पर घूमते नजर आते हैं और सड़क दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे हैं.
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