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फसल का सही दाम नहीं मिलने से नाराज किसानों ने भाटापारा कृषि उपज मंडी में रोकी खरीदी-बिक्री - भाटापारा कृषि उपज मंडी

बलौदाबाजार भाटापारा कृषि उपज मंडी में किसानों की उपज खरीदी रुकी हुई है. 2 दिनों से मंडी में विवाद की स्थिति है. अधिकारीयों, व्यापारियो और किसानों की बैठक के बाद आपसी सामजस्य बनाकर खरीदी 3 बजे के बाद चालु हुई थी. लेकिन दोबार मंडी में विवाद हो गया. किसानों का कहना है कि उन्हें फसल का सही दाम नहीं मिल रहा है.

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उपज मंडी में किसानों की उपज खरीदी रुकी

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Published : May 29, 2021, 10:53 PM IST

बलौदाबाजार: भाटापारा कृषि उपज मंडी लगातार विवादों के घेरे में है. दरअसल किसानों ने मंडी में निलामी पर रोक लगा दी थी. बता दें 6 दिनों पहले चालू हुई मंडी 2 दिन ही संचालित हो सकी है. इस बीच कई बार विवाद सामने आ चुके हैं. शनिवार को भी किसानों ने मंडी संचालन उपज खरीदी-बिक्री को रोक दिया था. किसानों का आरोप है कि मंडी में कम दाम पर धान की फसल खरीदी जा रही है.

उपज मंडी में किसानों की उपज खरीदी रुकी

छुट्टी और हड़ताल के कारण बंद रही खरीदी

बता दें अनलाॅक के बाद 6 दिन में तीन ही दिन मंडी का संचालन हो सका है. जिसमें 3 दिन छुटटीयों के चलते मंडी बंद रही. मजदुरों के हड़ताल के कारण खरीदी बंद रही जिसे अधिकारीयों, व्यापारियो और मजदूरों की बैठक के बाद आपसी सामजस्य बनाकर खरीदी 3 बजे के बाद चालु हुई थी. लेकिन दोबार मंडी में विवाद हो गया.

भाटापारा कृषि उपज मंडी में मजदूरों और किसानों का विरोध-प्रदर्शन

किसानों का आरोप: नहीं मिल रहा सही दाम

किसानो का कहना है कि 13 सौ प्रति क्विटल धान के नीचे अगर बोली लगाई जाती है तो हम अपनी उपज नहीं बेचेंगे. साथ ही नीलामी भी नहीं होने देंगे. जिसके कारण मंडी में खरीदी बंद हो गई है. किसानों का कहना है कि धान की किमत 900 रुपए प्रति क्विंटल में नीलामी चालु की गई थी, जिसे व्यापारीयो ने 11 सौ से 12 सौ तक में किसानों से खरिदा जा रहा है. लेकिन किसान 13 सौ रुपए तक का भाव चाहते हैं.

आवगमन हो रहा प्रभावित

किसानों ने मंडी संचालकों पर शोषण करने का आरोप लगाते हुए अपनी फसल को औने-पौने दाम पर व्यापारियों को नहीं बेचने की बाक कही है. लगातार मंडी मे हंगामा व्याप्त है. जिसके कारण मंडी के बाहर किसानों के गाड़ियों का जाम लग गया है. आवागमन में लोगों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

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