बलौदाबाजार : राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था पर करोड़ो खर्च करने की बात कहती है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी स्कूलों की हालत साबित करती है कि सरकारी दावे सिर्फ हाथी के दांत की तरह होते हैं.
बिलाईगढ़ ब्लाक का एक मात्र इंग्लिश मीडियम स्कूल की पढ़ाई से प्रभावित होकर परिजनों ने अपने बच्चों का दाखिला स्कूल में कराया था. पिछले सत्र की तुलना में इस साल छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ी है. वर्तमान में कक्षा पहली से सातवीं तक कुल 92 बच्चे अध्ययनरत है.
एक मात्र सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूल भवन बना गोदाम बच्चों और परिजनों में दहशत का माहौल
छात्र-छात्राओं ने बताया कि 'स्कूल में पिछले कई साल से बीईओ कार्यालय का समान पड़ा हुआ है. जिससे बच्चों को बैठने में परेशानी हो रही हैं. समानों से स्कूल के कमरों मे दीमक लग गई है. कमरा जहरीले कीड़ों का घर हो गया हैं, स्कूल में सांप बिच्छू निकल रहे हैं. स्कूल में हैंडपम्प तो है, लेकिन साफ पानी नही होने से स्कूली बच्चे अपने घर से पानी लाकर पीने को मजबूर हैं'. बच्चों और परिजनों में दहशत का माहौल है.
अधिकारी नही दे रहे ध्यान
शिक्षकों का कहना है कि 'शिक्षा विभाग के अधिकारीओं से कई बार शिकायत की गई पर विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नही दे रहे है. परेशान होकर शाला विकास समिति के सदस्यों ने समस्या की लिखित शिकायत बिलाईगढ़ एसडीएम के. एल. सोरी से की हैं'. परिजनों ने स्कूल की स्थिति में जल्द सुधार नही होने पर कलेक्टर और मंत्री से शिकायत करने की बात कही है.