बलौदा बाजार: लॉकडाउन के दौरान सिमगा बीएमओ और तहसीलदार पर अवैध वसूली का आरोप लगा है. आपातकाल में सेवा देने मेडिकल दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई थी. इसके बाद भी कलेक्टर से शिकायत करने की धमकी देकर मेडिकल संचालकों से हजारों रुपये वसूले जा रहे थे. वहीं अधिकारियों का कहना है कि मेडिकल दुकान संचालक कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे थे.
सिमगा में तहसीलदार शंकर लाल सिन्हा और बीएमओ पारस पटेल पर कलेक्टर से शिकायत की धमकी देकर दामाखेड़ा के मेडिकल संचालकों से अवैध रूप से जुर्माना वसूलने का आरोप लगा है. दुकान संचालकों का कहना है कि जुर्माना लेने के बाद तहसीलदार और बीएमओ ने उस जुर्माने की रसीद स्वास्थ्य विभाग में उपयोग होने वाले जीवनदीप समिति के नाम से दी. जिसमें मरीजों के नाम की जगह मेडिकल संचालकों का नाम लिखा गया है.