बलौदाबाजार: हाई प्रोफाइल मालती बंजारे मर्डर केस का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक बीजेपी नेता मालती बंजारे की हत्या प्रेस प्रसंग की वजह से हुई थी.
पुलिस ने बताया कि, आरोपियों ने सबूत छिपाने के मकसद से हत्या को बलात्कार का रूप दे दिया था और पुलिस को गुमराह करने के लिए गांव के अन्य लोगों का नाम लिखकर मृतिका के हाथ में फर्जी सुसाईड नोट पकड़ा दिया गया था. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए इस दौरान करीब 50 अलग-अलग नंबरों का उपयोग किया. बता दें कि सात नवंबर 2015 को मालती का शव अर्धनग्न हालत में जुनवानी में मौजूद आंगनबाड़ी के पास मिला था.
आंगनबाड़ी के पास बरामद हुआ शव
मिली जानकारी के मुताबिक मालती 6 नवंबर 2015 को शाम करीब साढ़े छह बजे घर से निकली थी, लेकिन देर रात तक वापस नहीं आई, जिसके बाद परिवारवालों ने उसकी खोजबीन शुरू की और अगली सुबह उसका शव आंगनबाड़ी के पास बरामद हुआ. सूचना मिलने पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. मामले में मृतिका के आसपास और उनसे संबंधित लोगों से पूछताछ की और कई मोबाइल नंबरों की डिटेल खंगाली लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी आरोपी का कोई सुराग नहीं लगा. पुलिस ने लगातार चार तक आरोपी की तलाश जारी रखी. साल 2019 में एसपी नीथू कमल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक विशेष जांच दल का गठन कर जांच शुरू की.
मालती को पता था अजीत का राज
जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि गांव के ही रहने वाले अजीत कुर्रे घटना के बाद से करीब 50 मोबाईल नंबरों का उपयोग कर चुका है. घटना से पहले वह मृतिका से मिला था और घटना के समय अपना मोबाइल बंद कर रखा था. जांच में पता चला कि अजीत का गांव की एक महिला के साथ प्रेम संबंध था, जिसे मालती बंजारे जान गई. मालती ने उसे समझाईश भी दी, जिसके कारण अजीत अपनी प्रेमिका से स्वतंत्र रूप से नहीं मिल पा रहा था. मिली जानकारी के मुताबिक अजीत के जीजा का प्रेम संबंध मालती बंजारे से था. वह उसकी आर्थिक मदद भी करता था.