बालोद : शहर के सदर बाजार में होटल व्यवसायी सुभाष शर्मा के घर पर आज छापा पड़ा. इसको लेकर अब तक किसी तरह का कोई खुलासा नहीं हुआ है. बता दें एक सप्ताह पहले बालोद शहर के शराब एवं होटल व्यवसायी को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली से ईडी ने गिरफ्तार किया था. इसके बाद छानबीन और छापेमारी से शहर में हड़कंप मच गया है. हालांकि अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि यह छापेमारी किस टीम ने की है. कारोबारी के घर के बाहर बंदूकधारी सैनिक तैनात हैं. बिना नंबर की गाड़ियों में अधिकारी बालोद पहुंचे हुए हैं. जानकारी के अनुसार यह छापेमारी प्रवर्तन निदेशालय ने की है.
बता दें कि सुभाष शर्मा को दिल्ली से रायपुर लाया गया. दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय की गिरफ्तारी के बाद उन्हें रायपुर शिफ्ट किया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. आज की इस छापेमारी को भी उसी कार्रवाई से जोड़कर देखा जा रहा है. जानकारी के अनुसार सुभाष शर्मा दुबई जाने के लिए निकले थे, जहां दिल्ली में ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था.
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एक शिकायत के बाद हुआ था खुलासा
दरअसल वर्ष 2015 में विक्रम राणा नाम के व्यक्ति ने गोल बाजार थाने में शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की थी. उसके मुताबिक सुभाष शर्मा ने राणा की जमीन बंधक रखकर पंजाब नेशनल बैंक से करीब 16.50 करोड़ का कर्ज लिया था. किस्तें अदा नहीं होने पर बैंक ने राणा को नोटिस भेजा. उसके बाद इस फ्रॉड की जानकारी हुई. इस मामले में गोल बाजार पुलिस ने अप्रैल 2018 में उसे गिरफ्तार किया. हालांकि बाद में सुभाष जमानत पर छूटा और शहर छोड़ दिया. अधिकारियों ने बताया कि सुभाष शर्मा ने होटल सफायर इन, गुडलक पेट्रोलियम कंपनी और मेसर्स विदित ट्रेडिंग कंपनी के लिए 38.50 करोड़ का कर्ज लिया था. यह रकम एक्सिस बैंक और पंजाब नेशनल बैंक रायपुर से ली गई थी. इनकी भी किस्तें अदा नहीं हुईं. इसके बाद बैंकों ने इस खाते को फ्रॉड घोषित कर दिया.
बालोद शहर के शराब व्यवसायी ने साल 2009 से 2015 तक अपनी कई कंपनियों के माध्यम से पंजाब नेशनल बैंक और एक्सिस बैंक से लोन लिया था. इसके बाद मनी लॉन्ड्रिंग सहित अन्य मामलों में जांच के बाद मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया. हालांकि ईटीवी भारत इस बात की पुष्टि नहीं करता कि यहां पर किस शासकीय संस्थान ने छापेमारी की है.