बालोद : स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय की सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा नरगिस खान ने वो कारनामा किया है, जो शायद हर किसी के लिए मुमकिन नहीं. नरगिस कक्षा सातवीं में पढ़ते हुए कक्षा दसवीं की परीक्षा देना चाहती थी. जिसके लिए उसने शासन से अनुमति मांगी. शासन ने भी बच्ची की लगन और मेहनत को देखते हुए नरगिस को दसवीं की कक्षा का पर्चा देने की अनुमति दे दी. लिहाजा नरगिस अब दसवीं के विद्यार्थियों के साथ बैठकर दसवीं का पेपर दे रही है. नरगिस की इस लगन को देखने के बाद दूसरे छात्र छात्राएं भी गर्व महसूस कर रहे हैं. यह बालोद जिले सहित पूरे प्रदेश का पहला मामला है. अपनी विलक्षण प्रतिभा के बल पर कक्षा सातवीं की छात्रा दसवीं की परीक्षा में शामिल हुई है.
मेधावी छात्रा हैं नरगिस खान :नरगिस स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल बालोद में सातवीं कक्षा की छात्रा हैं. नरगिस ने अपनी हर परीक्षा में इससे पहले 99 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. नरगिस के लिए 10वीं कक्षा के गणित के सवाल मानो बच्चों का ही खेल है. वो उन्हें आसानी से हल कर लेती है. नरगिस ने अंग्रेजी बोलने में भी महारथ हासिल की है.
कैसे की थी तैयारी :नरगिस खान ने अपनी क्षमता के दम पर सीएम भूपेश के सामने दसवीं का पेपर देने की इच्छा जाहिर की. नरगिस की इच्छाशक्ति को सरकार ने सराहा और उसे कक्षा दसवीं की परीक्षा देने के लिए इजाजत दे दी. आज नरगिस का सपना पूरा हुआ है. वह कक्षा दसवीं के परीक्षार्थियों के साथ परीक्षा देने के लिए क्लास रूम में बैठी.