बालोद :शहर के जय स्तंभ चौक में अखिल भारतीय पूर्व सैनिक संघ ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर देश प्रेम से ओतप्रोत कार्यक्रम का आयोजन (Program organized on Kargil Vijay Diwas in Balod) किया. जहां बालोद कलेक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षक ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की . इस दौरान शहीद मैराथन का भी आयोजन किया गया. जिसे कलेक्टर एवं एसपी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौड़ में प्रथम, द्वितीय और तृतीय आने वालों को भी पुरस्कृत किया गया. इस दौरान कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने कहा कि '' अमर शहीदों की गौरव गाथा हमारी युवा शक्ति में पूरे उमंग के साथ देशभक्ति का जज्बा पैदा करती (kargil Shahadat Divas) है. वीर सैनिकों की कुर्बानी की बदौलत आज का दिन देश के सैन्य इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है. पूरे देश को अपने सैनिकों पर नाज है. युवा पीढ़ी को अपने वीर शहीदों के बलिदान से देशभक्ति की प्रेरणा लेनी चाहिए.''
बालोद में कारगिल दिवस पर मैराथन दौड़ का आयोजन - Tribute paid to the brave martyrs in Balod
बालोद में कारगिल दिवस के मौके पर भूतपूर्व सैनिकों ने मैराथन दौड़ का आयोजन (Program organized on Kargil Vijay Diwas in Balod) किया.
भारत सैनिकों का रहेगा ऋणी :पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र कुमार यादव ने कहा कि '' यह धरा वीर सैनिकों की भूमि है,जब भी देश पर संकट आया, यहां के वीरों ने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अदम्य साहस का परिचय देते हुए बलिदान दिया है. उन्होंने आगे कहा हम घरों में चैन से सो सकते हैं क्योंकि हमारे वीर जवान देश की सीमा में तैनात हैं.'' शहर के जैसन चौक में आयोजित इस समारोह में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई .पूरे आर्मी के प्रोटोकॉल का पालन किया गया. इसके हिसाब से कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने भी यहां पर शहादत को सलाम किया. वहीं आर्मी से रिटायर्ड वरिष्ठ अधिकारी कर्मचारियों ने भी शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि (Tribute paid to the brave martyrs in Balod) दी.
मैराथन दौड़ का आयोजन :बालोद कलेक्टर गौरव कुमार सिंह (Balod Collector Gaurav Kumar Singh) एवं पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव ने पूर्व सैनिकों द्वारा आयोजित इस शहादत दिवस के दौरान मैराथन प्रतियोगिता को हरी झंडी दिखाई. जिसमें हर वर्ग के लोग शामिल हुए . उन्होंने पूरे शहर का एक चक्कर लगाया और वापस जय स्तंभ चौक पहुंचे. इस दौरान आर्मी से रिटायर्ड अधिकारी कर्मचारियों ने अपने अपने कार्य क्षेत्र की वीर गाथाएं भी सुनाई.