बालोद :Politics on reservation in Chhattisgarh राज्यपाल अनुसुईया उइके Governor Anusuiya Uikey ने अब तक आरक्षण पर लाए गए संशोधित विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं. जिसे लेकर अब जनप्रतिनिधि सवाल उठाने लगे हैं. राज्यपाल ने इस बिल को लेकर बयान भी दिया था जिसमें उन्होंने कानूनी सलाह लेने के बाद विधेयक पर हस्ताक्षर करने की बात कही थी. लेकिन अब इसमें हो रही देरी को लेकर जनप्रतिनिधि राज्यपाल से ही सवाल करने लगे हैं.Leaders question to governor on reservation bill
balod latest news :आरक्षण विधेयक पर राज्यपाल से नेताओं के सवाल, मंत्री अनिला भेड़िया ने कही ये बात - Politics on reservation in Chhattisgarh
Politics on reservation in Chhattisgarh बालोद जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिला भेड़िया ने आरक्षण बिल को लेकर राज्यपाल पर ही निशाना साधा है. इसके साथ ही विधायकों ने भी आरक्षण मुद्दे को लेकर राज्यपाल को घेरने में किसी तरह की कोई कमी नहीं की. मंत्री ने कहा कि पहले तो वे स्वयं विधेयक मंगवाते हैं. फिर दस्तखत करने के लिए आनाकानी करते हैं. आखिर उन पर किसका दबाव है. यह समझ से परे हैं. जिले के दोनों विधायकों ने भी आरक्षण को लेकर राजनीति के साथ-साथ माहौल खराब करने के काम करने का आरोप भी लगा दिया.Leaders question to governor on reservation bill
कैबिनेट मंत्री ने उठाए सवाल : महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ने इस बारे में कहा कि '' राज्यपाल ने पहले तो कहा था तत्काल बिल लाओ तत्काल साइन करूंगी. पता नही किसके दबाव और डर के कारण ये आरक्षण को रोककर रखी हैं. आज हमारे छत्तीसगढ़ की जनता और युवाओं का भविष्य इससे जुड़ा है. इसे हमारे राज्यपाल को समझना चाहिए. तत्काल इसमें हस्ताक्षर कर ऊपर भेजना चाहिए.''
27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण के पक्षधर हैं विधायक : आरक्षण के विषय को लेकर विधायक कुंवर सिंह निषाद भी पीछे नहीं रहे. उन्होंने ओबीसी समुदाय का पक्ष रखते हुए कहा कि '' हम ओबीसी समुदाय 27% आरक्षण के पक्षधर हैं. यह हमारा अधिकार है. जनगणना के आधार पर जो अधिकार हमें मिला है. उसके लिए कांग्रेस सरकार ने प्रयास किया है. इसके लिए हमें लड़ाई भी लड़नी पड़ी तो हम जरूर लड़ेंगे.''Anila Bhedia question to Governor Anusuiya Uikey
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विधेयक सफल हो यही है इच्छा :संजारी बालोद विधायक संगीता सिन्हा ने कहा कि '' शायद हस्ताक्षर करने और ना करने के पीछे ऊपर वाले का हाथ हो सकता है. जिसको केवल महामहिम ही जानते हैं. उन्होंने कहा कि महामहिम के बयान को लेकर प्रदेश माहौल खराब हुआ है. विधानसभा में जो विधेयक पारित हुआ है वह सफल हो जाए हम बस यही चाहते हैं.''balod latest news