बालोदःप्रदेश की महिला एवं बाल विकास विभाग समाज कल्याण मंत्री अनिला भेड़िया इन दिनों अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं. वह बालोद जिले के आदिवासी विकास खंड क्षेत्र डौंडी के गांव में दोहरा करने पहुंची थीं. जहां पर स्थानीय स्तर पर निर्मित हो रही कच्ची शराब के विषय को लेकर महिलाओं ने मंत्री से शिकायत की.
जहां उन्होंने शिकायत में कार्रवाई की बात तो दूर, उन्होंने सीधे यह कह दिया कि आप लोग थोड़ा-थोड़ा पीकर सो जाया करो. जबकि वह समाज कल्याण विभाग के मंत्री हैं और उस विभाग से सालाना करोड़ों रुपए का खर्चा शराबबंदी के विज्ञापनों में किया जाता है. इसके बाद से महिलाओं में मंत्री को लेकर रोष देखने को मिल रहा है.
महिलाओं को दारू पीने की सलाह पर घिरीं अनिला भेड़िया गलत बयान के बाद इस्तीफे की मांग
महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया के बयान को लेकर बालोद जिले के निवासी खिलेश्वरी साहू ने कहा कि वह जिम्मेदार मंत्री हैं. उनका बयान तनिक भी शोभा नहीं देता है. जिस विभाग की जिम्मेदारी है शराबबंदी को रोकने की, जिम्मेदार थोड़ा-थोड़ा पीने की सलाह दे रहे हैं. यह कहां तक जायज है. हाथ में गंगा जल लेकर कसम खाने वाले सरकार के इन मंत्रियों को आज शराब ही एकमात्र जरिया दिख रहा है. ऐसी मंत्री को इस्तीफा (minister resigns) दे देना चाहिए.
भरोसे को महिला मंत्री ने तोड़ा
बालोद नगर के वरिष्ठ पार्षद सरोजिनी साहू ने इस मामले पर महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि एक महिला को उम्मीद रहती है कि दूसरी महिला उसकी भावनाओं को समझे. परंतु यहां तो महिला एवं बाल विकास मंत्री ने महिलाओं की इस उम्मीद पर पानी फेर दिया. ऐसे मंत्री को तो तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए. महिलाएं कार्रवाई की उम्मीद के साथ उनके पास पहुंची हुई थीं. परंतु उन्होंने तो महिलाओं की उम्मीदों को तोड़ कर रख दिया. इतने बड़े पद पर हैं. महिलाओं की जिम्मेदारी उनके सर पर है. मंत्री द्वारा इस तरह का सलाह देना कि थोड़ा-थोड़ा पिया करो, यह कहां तक उचित है? मंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए.