बालोद: नए साल की शुरुआत होते ही जिलेवासियों को तोहफे के रूप में स्वच्छ पेयजल की सुविधा मिली है. शहर की सबसे बड़ी जल आवर्धन योजना का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. इस योजना का ट्रायल चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है. इस योजना के जरिए अब शहर के प्रत्येक घर में शुद्ध और फिल्टर पानी पहुंचने लगेगा. इस उपलब्धि से नगर पालिका के अध्यक्ष विकास चोपड़ा काफी खुश हैं. उन्होंने पूरी पालिका की टीम को बधाई दी है.
बालोदवासियों को मिलेगा शुद्ध पेयजल शहर में जल आवर्धन योजना की नींव साल 2013 में रखी गई थी, जिसके बाद से कभी राजनीतिक कारण तो कभी तकनीकी कारणों से इस योजना की रफ्तार धीमी हो गई. ऐसे में नगरपालिका के सत्ताधारी पक्ष के लिए जल आवर्धन योजना और शहर को स्वच्छ जल देना एक बड़ी चुनौती थी.
24 करोड़ रुपये की लागत की है योजना
नगर को शुद्ध जल देने के लिए सरकार द्वारा लगभग 24 करोड़ रुपये की लागत से इस जल आवर्धन योजना की शुरुआत की गई थी. इस नगर पालिका में अक्सर गंदे पानी की समस्या बनी रहती थी. नगर में बिछी पाइपलाइन जर्जर हो चुकी थी और बोर के माध्यम से पानी की सप्लाई की जाती थी. अब इस योजना के अंतर्गत जमीन के अंदर बिछाई गई मुख्य पाइपलाइन से लोगों के घरों पर भी पाइपलाइन बिछाई जा रही है. ट्रायल का काम पूरा होने के बाद इसी पाइपलाइन को घरों के पुराने पाइपलाइन से जोड़कर पानी की सप्लाई की जाएगी.
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कैसे की जाएगी विभिन्न वार्डों में पानी की सप्लाई ?
अब सवाल ये उठता है कि शहर में विभिन्न टंकियों के माध्यम से विभिन्न वार्डों में पानी की सप्लाई किस तरह से की जाएगी. इसमें पहली टंकी जयस्तंभ चौक पर स्थापित है, जिसकी क्षमता 380 किलो लीटर है और इससे नए बस स्टैंड कुंदरू पारा व सदर रोड में पानी की सप्लाई की जाएगी. इसके साथ ही बुढ़ापारा टंकी, जिसकी क्षमता 300 किलोमीटर है और इससे पाररास बुढ़ापारा मधु चौक और रेलवे कॉलोनी क्षेत्र में पानी की सप्लाई की जाएगी. वहीं जुर्री पारा पानी टंकी की क्षमता 280 किलोमीटर है, यहां से जुड़ीपारा, गंजपारा सहित आसपास के कुछ वार्डों के सभी घरों में पानी की सप्लाई की जाएगी.
7 चरणों में फिल्टर होगा पानी
सबसे पहले शहर की जीवनदायिनी तांदुला जलाशय से पानी जलाशय किनारे एक पंप में एकत्र होगा. इसके बाद वहां से पानी को सीधे गंजपारा लाया जाएगा, जहां पर 7 चरणों में पानी को फिल्टर किया जाएगा. इन सात चरणों में केमिकल टेस्टिंग सहित अन्य विधियां शामिल रहेंगी. इसके बाद पानी को बड़े-बड़े पंप के माध्यम से एक टंकी में एकत्र किया जाएगा. अंत में यह पानी शहर की विभिन्न टंकियों में जाएगा और लोगों के घरों तक शुद्ध पेयजल की सुविधा मिलेगी.
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विपक्ष का नहीं मिला साथ
नगर पालिका ने बताया है कि आने वाले 15 दिनों में पाइपलाइन का कार्य तेजी से शुरू किया जाएगा और चंद महीनों में ही शहर में शुद्ध पानी की व्यवस्था हो जाएगी. नगरपालिका के जल प्रदाय योजना के सभापति योगराज भारती ने बताया कि गंदे पानी की समस्या से शहर का हर वर्ग जूझ रहा है. उन्होंने बताया कि इतने बड़े प्रोजेक्ट में विपक्ष का साथ न के बराबर मिलता है. वे बताते हैं कि टीम वर्क की वजह से ये योजना सफल हो पायी है और आज विपक्ष की बोलती बंद है.
राज्य सरकार का मिला भरपूर योगदान
इधर, नगर पालिका के अध्यक्ष विकास चोपड़ा ने बताया कि उन्होंने शहरवासियों से वादा किया था कि सभी को शुद्ध जल देकर ही दम लेंगे और आज उनका यह वादा पूरा होने जा रहा है. वे कहते हैं कि हमें खुशी हो रही है कि इस योजना को सफल बनने में देरी जरूर हुई, लेकिन अब जल्द ही लोगों के घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंचने लगेगा. इस योजना को पूरा करने में नगरपालिका की कार्यशैली की भी जमकर तारीफ हुई हैं.
नगर पालिका अध्यक्ष विकास चोपड़ा ने आगे बताते हैं कि शहर के जल प्रदाय योजना को पूरा करने में राज्य सरकार का भी अहम योगदान रहा है. वे इसके लिए नगरी प्रशासन मंत्री शिव डेहरिया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का धन्यवाद करते हैं. विकास चोपड़ा ने बताया कि उनकी ओर से सीएम सहित कैबिनेट के कई मंत्रियों को शहर में हो रही पेयजल की समस्या से अवगत कराया गया था. इस पर त्वरित समाधान निकालते हुए राज्य सरकार ने इस समस्या पर विशेष ध्यान दिया और नगर पालिका के कर्मचारियों का मार्गदर्शन किया.