बालोद:जिले के वनांचल क्षेत्र की रहने वाली खिलेश्वरी पिस्दा ने नीट जैसे कठिन परीक्षा को पास कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है. खिलेश्वरी ने उन सैकड़ों परिवारों को एक संदेश दिया है जो कि संसाधनों का रोना रोते हैं और बेटे और बेटियों में फर्क करते हैं. खिलेश्वरी की इस सफलता में न सिर्फ उसका परिवार बल्की पूरा वनांचल गर्व कर रहा है. ETV भारत से बात करते हुए खिलेश्वरी ने अपनी सफलता के बारे में बताया.
खिलेश्वरी के परिवार वालों का कहा किहमने गरीबी में अपनी बेटी को पढ़ाया है तो हमे उम्मीद है कि वो गरीबी को समझेगी और आगे सेवा भाव से कार्य करेगी. खिलेश्वरी पिस्दा ने बताया कि उनका सपना है कि वो एक दिन डॉक्टर बने. उन्होंने बताया कि कई बार परिवार की समस्याएं देखकर उसका मन भटक जाता था, लेकिन वो अपने लक्ष्य से पीछे नहीं हटीं. डॉक्टर बनने को लेकर खिलेश्वरी काफी उत्साहित हैं. उन्होंने कहा कि वे आगे की पढ़ाई के लिए जगदलपुर जाएंगी और खूब मन लगाकर पढ़ाई करेंगी.
बेटे और बेटियों में कोई फर्क नहीं
खिलेश्वरी के मां का कहना है कि कि खिलेश्वरी को पढ़ता देख बाकी अभिभावक भी अपनी बेटी को आगे पढ़ाने के बारे में सोचेंगे. उन्होंने कहा कि आज दुनिया आगे बढ़ गया है. ऐसे में बेटे और बेटियों में कोई फर्क नहीं रह गया है. आज उनकी बेटी ने ये मुकाम हासिल किया है कल गांव की कोई और बेटी भी आगे बढ़कर प्रदेश का नाम रौशन करेगी बस जरूरत है तो उन्हें मौका देने की.
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