बालोद: राष्ट्रीय बौद्ध महासभा आगामी 24 सितंबर को देशभर में 'पूना पैक्ट धिक्कार' दिवस मनाने की तैयारी में है. इसके साथ ही राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपेंगे. राष्ट्रीय बौद्ध महासभा के पदाधिकारियों ने बताया कि 'बाबा साहेब अंबेडकर 'कम्युनल अवॉर्ड' के माध्यम से पृथक निर्वाचन और 2 वोट का अधिकार लाए थे, जिसे महात्मा गांधी ने आमरण अनशन करके छीन लिया था'. इसे लेकर अब वह 'पूना पैक्ट धिक्कार' दिवस मनाएंगे.
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राष्ट्रीय बौद्ध महासभा के पदाधिकारियों ने कहा कि 'बौद्ध महासभा देश में निजीकरण का विरोध करने की तैयारी में है. साथ ही जो राष्ट्रीय संपत्तियों का निजीकरण हो रहा है, उसका विरोध भी बौद्ध महासभा करेगी. बौद्ध महासभा अब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर पुनः विचार किए जाने और उसे बहुत भविष्य स्थल घोषित किए जाने की मांग कर रही है.
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राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपने की तैयारी
राष्ट्रीय बौद्ध महासभा के जिला अध्यक्ष ने बताया कि बाबासाहेब अंबेडकर ने उसी दिन पुणे जेल में हुए समझौते का विकास किया था. राष्ट्रीय बौद्ध महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व विधायक धर्म प्रकाश भारती बौद्ध के अनुसार 'पूना पैक्ट का धिक्कार' दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है. इस अवसर पर 5 सूत्रीय मांगों को लेकर महामहिम राष्ट्रपति के नाम जिला अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जाएगा.
राष्ट्रीय बौद्ध महासभा की प्रमुख मांगें
- पृथक निर्वाचन लागू करने सहित राजनीतिक आरक्षण समाप्त करने की मांग.
- बौद्ध महासभा के माध्यम से साकेत नगरी अयोध्या को बौद्ध विश्व स्थल घोषित करने की मांग.
- राम मंदिर निर्माण पर पुनर्विचार करने की मांग.
- निजीकरण बंद करने और राष्ट्रीय संपत्ति की रक्षा की मांग.
- शिक्षा का राष्ट्रीयकरण करने समान शिक्षा पद्धति लागू करने की मांग.
- ईवीएम मशीन से वोटिंग भी बंद करने की मांग
- बैलेट पेपर से चुनाव की मांग