छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

बालोद वीर मेला: हम पैसा कमाने में भले पीछे हैं, लेकिन नाचने-गाने में आगे: मंत्री कवासी लखमा - बालोद वीर मेला

बालोद में शहीद वीर नारायण सिंह की शहादत दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में आबकारी मंत्री कवासी लखमा शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि समाज की बातों को सरकार गंभीरता से लेगी. समाज के हित के लिए कार्य किए जाएंगे.

minister-kawasi-lakhma-joined-martyrdom-day-of-shaheed-veer-narayan-singh-in-balod
छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी लखमा

By

Published : Dec 11, 2020, 2:37 AM IST

बालोद:छत्तीसगढ़ के आबकारीमंत्री कवासी लखमा गुरुर के राजाराव पठार दौरे पर रहे. तीन दिवसीय वीर मेला के समापन समारोह में शामिल हुए. उन्होंने कार्यक्रम में अमर शहीद वीर नारायण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की. कवासी लखमा ने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी समाज के सच्चे सपूत थे. उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. उनकी वीरतापूर्वक शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा.

शहादत दिवस पर कार्यक्रम में मंत्री कवासी लखमा

आबकारी उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि हम पैसा कमाने में भले पीछे हैं, लेकिन नाचने गाने में आगे हैं. हम भोले-भाले आदिवासी हैं. हमने भले कुछ ना सीखा हो, लेकिन हम अपनी परंपराओं को निभाना जानते हैं. हम त्योहार मनाते हैं, तो यह लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होता है. मंत्री लखमा ने कहा कि सर्व आदिवासी समाज को विकास के विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ाने की जरूरत है. हमारी आदिवासी संस्कृति, परंपरा बहुत समृद्ध है. इसे सहेजना और आगे की पीढ़ी तक बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है.

शहीद वीर नारायण सिंह की शहादत दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन

पढ़ें: वीर मेला के दूसरे दिन जुटे दिग्गज आदिवासी नेता, PCC चीफ मोहन मरकाम और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत हुए शामिल

समाज की महापंचायत ने रखी अपनी बात
आबकारी मंत्री कवासी लखमा से महापंचायत के सदस्यों ने मुलाकात की. महापंचायत के लोगों ने समस्याएं खुलकर सामने रखे. सार्वजनिक मंच के माध्यम से निराकरण की अपील की गई. पेशा कानून, धर्म परिवर्तन सहित कई संवेदनशील मुद्दे शामिल थे. आदिवासियों को फर्जी नक्सली बताकर हत्या का मामला भी शामिल था. मंत्री लखमा ने कहा कि इसे हम शासन के समक्ष रखेंगे. समाजहित में जरूर फैसला लिया जाएगा.

कार्यक्रम में आबकारी मंत्री कवासी लखमा शामिल हुए

पढ़ें: राज्यपाल ने शहीद वीर नारायण सिंह के परिवार को 2 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का एलान किया

जनगणना में आदिवासी आरक्षण की मांग
वीर महोत्सव के माध्यम से समाज के लोगों ने यहां आने वाले जनगणना में आदिवासी के अलग कालम की मांग की है यहां समाज के लोगों ने कहा की आज यहां ऐसा क्या कारण है की इतनी जनसंख्या होने के बाद भी समाज के लोग पिछड़े है क्या हमें एक नेतृत्व की कमी है या फिर हमारे जनप्रतिनिधि हमारे लिए कुछ नहीं कर पा रहे हैं।

राजाराव पठार से 32 प्रतिशत आरक्षण की हुए थी शुरुआत
आदिवासी समाज के संरक्षक सोहन पोटाई ने कहा कि यह वो पठार है. जहां से 32 प्रतिशत आरक्षण की लड़ाई हुई थी. यहां हमें सफलता मिली थी. सोहन पोटाई ने कहा कि यहां बिंदु बढ़ता जा रहा है. यहां सरकार हमारी बातों को नहीं सुन रही है.

ये भी रहे मौजूद
इस अवसर पर कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद मोहन मंडावी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम, कांकेर विधायक और संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, बालोद विधायक संगीता सिन्हा, अंतागढ़ विधायक अनूप नाग सहित अन्य मौजूद रहे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details