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बालोद के जुगाड़ वाले भैया, जानिए क्या है खासियत

हम सभी रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली चीजों को खराब होने पर फेंक देते हैं. लेकिन एक शख्स ऐसा भी है जो हमारे फेंकी गई चीजों को इस्तेमाल करके नई चीजें बना रहा है. जिनका इस्तेमाल अब लोग करने लगे हैं. इस शख्स को लोग जुगाड़ वाले भैया के नाम से जानते हैं.तो आप भी मिलिए जुगाड़ू भैया से.Balod latest news

बालोद के जुगाड़ वाले भैया
बालोद के जुगाड़ वाले भैया

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Published : Dec 6, 2022, 3:18 PM IST

Updated : Dec 6, 2022, 7:32 PM IST

बालोद : प्रतिभा किसी पहचान की मोहताज नहीं होती और जरूरतें इंसान को कचरे को भी सोना जैसा बनाने में मदद करती है. बालोद जिले के गुरुर ब्लॉक के ग्राम खेरवही के रहने वाले ज्योतिष कुमार साहू ने भी ऐसा ही एक कारनामा किया है. ज्योतिष कुमार ने कबाड़ से जुगाड़ लगाकर बैटरी से चलने वाली साइकिल बनाई है. जो ना सिर्फ बैटरी से चलती है बल्कि आपका मोबाइल फोन भी चार्ज कर देती है. ज्योतिष ने बैटरी से चलने वाली साइकिल बनाई जिसकी डिमांड अच्छी खासी है. उन्होंने कुछ लोगों के लिए ऐसी साइकिल तैयार की है.जिसकी कीमत 11 हजार रुपए बताई जा रही है. Jugaad Wale Bhaiya of Balod


कौन हैं जुगाड़ वाले भैया :ज्योतिष कुमार साहू पेशे से कलाकार हैं. वे लोगों को हंसने हंसाने गुदगुदाने का काम करते हैं. उन्होंने कहा कि '' उनका बचपन काफी संघर्षों में गुजरा. अब तो इस काबिल बन गए हैं कि गैरों के लिए भी कुछ कर सकते हैं. भगवान ने कलाकारी कार्य से जोड़कर रखा. नृत्य संगीत और अभिनय विधा में अपना हाथ आजमाया.फिलहाल लोग अभी जुगाड़ वाले भैया नाम से जानते हैं.''

मोबाइल भी चार्ज करने की सुविधा



गजब है जुगाड़ वाले भैया की कहानी :जुगाड़ वाले भैया ज्योतिष साहू की कहानी भी गजब की है. पहली बार उन्हें पहचान तब मिला. जब उन्होंने खराब पड़े बैटरी और खराब पड़े साइकिल को e-cycle के रूप में तब्दील कर दिया. बकायदा एक्सीलेटर लगाए और चार्जिंग सॉकेट से लेकर सभी चीजों को अपडेट किया. जब वे एक्सीलेटर दबाकर साइकल से निकलते . तो लोग उन्हें देखते रहते थे. फिर कुछ दिनों बाद कुछ बुजुर्गों ने उन्हें साइकिल बनाने की मांग की और उन्होंने उस तरह का साइकिल तैयार कर उन्हें दिया.

साइकिल में स्पीकर किया फिट

कितने किलोमीटर चलती है साइकिल :ज्योतिष कुमार साहू ने बताया कि "' एक बार चार्ज करने पर यह साईकिल 16 किलोमीटर तक चलती है. बाजार जाने रोजमर्रा की जरूरतों के लिए आसपास के गांव जाने और गांव में घूमने के लिए यह साइकल उन्हें काफी मदद करती है. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने उनके साइकल को अपडेट करने की मांग की थी. उन्होंने दो-तीन बुजुर्गों को ऐसा साइकिल बना कर दिया है.''


म्यूजिक का सामान ले जाने में होती थी दिक्कत :ज्योतिष कलाकारी के कार्य से जुड़े हुए हैं. उन्हें वीडियो शूटिंग के लिए यहां वहां भी जाना पड़ता था और साउंडबॉक्स कैरी करने में काफी दिक्कतें होती थी. इसलिए उन्होंने बंद पड़े स्पेयर को ही साउंडबॉक्स बना लिया. क्योंकि इस पैर में बैग जैसा एक पीठ में लगने का रस्सा होता है. जिसके कारण साउंडबॉक्स को लाने ले जाने में अब दिक्कतें नहीं होती. उन्होंने घरेलू रोजमर्रा की चीजों से कई सारी चीजें बनाई है.

20 रुपए में बनाया चाइना पंखा : एक तरफ बाजार में बैटरी चलित चाइना सामानों की भरमार है तो इसी तरह का छोटा पंखा जो कि मोबाइल की चार्जिंग से चलता है. ऐसा उन्होंने घर में लगभग सैकड़ों पीस बना डाले. लोगों को पता चला तो वह हाथों हाथ बिक गए . वह भी काफी कम कीमत में. ज्योतिष ने बीस रुपए की लागत से ये पंखे तैयार किए.

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रूम को बना डाला जुगाड़ सेंटर : गांव में रहने वाले ज्योतिष कुमार साहू ने अपने घर के कमरे को ही कबाड़ रूम बना लिया है .इसी कबाड़ वाले कमरे से जुगाड़ वाली चीजें बनकर तैयार होती है . अब तो पूरा जिला भी उन्हें जुगाड़ वाले भैया के नाम से जानने लगा है.Balod latest news

Last Updated : Dec 6, 2022, 7:32 PM IST

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