बालोद :बालोद जिले के वन परीक्षेत्र में हाथियों का आतंक देखने को मिल रहा है. हाथी घर और फसलों को बेतहाशा नुकसान पहुंचा रहे हैं तो दूसरी ओर वन विभाग के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. इसके कारण वन कार्यालय और जंगलों का कामकाज ठप हो गया है. वहीं वन विभाग कर्मचारियों का कहना है कि प्रांतीय आह्वान पर वे सब धरने में बैठे हुए हैं. जब तक उनकी 12 सूत्री मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक उनका धरना जारी रहेगा.
वन विभाग के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, बालोद के जंगलों में मंडरा रहे हाथी - forest department employees protest in balod
बालोद के जंगलों में हाथी चहलकदमी करते देखे जा रहे है तो दूसरी ओर वन विभाग के कर्मचारी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं.
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काष्ठागार में धरने पर बैठे वन कर्मचारी
वन विभाग के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी संघ बालोद जिले के वन विभाग काष्ठागार में धरने पर बैठे हुए हैं. जिसमें हर वर्ग के कर्मचारी शामिल हैं. शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जा रही है. उनका कहना है कि सरकार द्वारा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती उनकी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी.
छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष ने बताया कि हम सब 12 सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. जिसमें वनरक्षक का वेतनमान वर्ष 2003 से 3050 स्वीकृत किया जाए. वनरक्षक वनपाल उपवन क्षेत्रपाल कर्मचारियों का वेतन मांग अनुसार किया जाए. पुरानी पेंशन योजना लागू किया जाए. छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद नया सेट पुनरीक्षण किया जाए. महाराष्ट्र सरकार की तरह 6000 रुपए पौष्टिक आहार वर्दी भत्ता इत्यादि दिया जाए. इसके साथ ही अन्य प्रमुख मांगें शामिल हैं.