बालोद: सोमवार को 75 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर को वैसे तो पूरा देश आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है. लेकिन डौंडीलोहारा विकासखंड के ग्राम पंचायत हितापठार अंतर्गत ग्राम मुड़पार, जो चारों तरफ से नदी नालों से घिरा हुआ है. यहां लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं के कमी की गुलामी से आजाद होने के लिए संघर्ष करने को मजबूर है. भारी बारिश से नदी नाले उफान पर होने से गांव का अन्य ग्रामों से संपर्क टूट गया है. जिससे ग्रामीण इस आजादी के महापर्व में भी घरों में कैद रहने को मजबूर हैं.
ग्रामीणों का अन्य ग्रामो से संपर्क टूटा:गांव में लगातार हो रही भारी बारिश से ग्रामीण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. नदी में पुल के लगभग 6 फीट ऊपर से पानी बह रही है. जिसके चलते ना तो कोई भी व्यक्ति गांव से बाहर जा पा रहे हैं और ना ही बाहर गये हुए ग्रामीण गांव में वापस लौट पा रहे हैं. बाढ़ से पूरे गांव का सम्पर्क टूट गया है. आजादी के इस महापर्व पर भी ग्रामीण प्रशासन की लापरवाही व मूलभूत सुविधाओं के पिछड़ेपन के गुलाम बन कर रह गये हैं.
बालोद जिले में बाढ़ से इस गांव के लोग हो गये कैद - डौंडीलोहारा तहसील
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के डौंडीलोहारा विकासखंड के ग्राम पंचायत हितापठार के ग्राम मुड़पार में भारी बारिश से नदी नाले उफान पर हैं. इस वजह से गांव का अन्य ग्रामो से संपर्क टूट गया है. जिसके चलते ग्रामीण अपने ही गांव में कैद होकर रह गये हैं.
खेत जाने वाली महिलाएं व बच्चे दूसरे गांव में शरण लेने को मजबूर:डौंडीलोहारा भाजपा मंडल के महामंत्री दारा सिंह भौसार्य ने जानकारी देते हुए बताया कि "14 अगस्त को पिडीयाल से मुड़पार के बीच के नाले को पार करते समय ग्रामीण बाहर गए थे. जिसमें खेत जाने वाली महिलाएं, पुरुष व बच्चे शामिल थे. नाले के पुल के ऊपर लगभग 6 फीट पानी चलने की वजह से गांव से बाहर गये हुए ग्रामीण दूसरे गांव में ही ठहरने के लिए मजबूर हैं.
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मंत्री द्वारा गोद लिए ग्राम पंचायत का है आश्रित ग्राम:ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि "यह गांव क्षेत्रीय विधायक व महिला एवं बाल विकास अनिला भेड़िया द्वारा गोद लिए हुए ग्राम पंचायत हितापठार का आश्रित ग्राम है. ग्राम पंचायत हितापठार के सरपंच शुक लाल धुर्वा है तथा यह गांव जनपद सदस्य खिलेश्वरी मंडावी के जनपद क्षेत्र में आता है.
जिले में सबसे अधिक डौंडीलोहारा तहसील में 1042 मिमी वर्षा :अब तक की स्थिति में बालोद जिले में सबसे अधिक वर्षा डौंडीलोहारा तहसील में दर्ज की गई है. बालोद तहसील में 1036.03 मिमी, गुरुर तहसील में 900.07मिमी, गुंडरदेही तहसील में 825.08 मिमी, डौंडी तहसील में 784.09 मिमी, डौंडीलोहारा तहसील में 1042.01मिमी और अर्जुंदा तहसील में 863.00 मिमी बारिश हुई है. इस तरह से जिले में औसतन 908 मिमी से भी अधिक वर्षा दर्ज की गई है. जबकि रविवार शाम से लोहारा में लगातार बारिश अभी भी जारी है.
भाजपा नेता ने जताई नाराजगी,व्यव्स्था सुधारने की मांग:मामले में ग्रामीणों के आवागमन में हो रही असुविधा पर नाराजगी जताते हुए डौंडीलोहारा भाजपा मंडल के महामंत्री दारा सिंह भोसार्य ने कहा कि "कांग्रेस सरकार के शासनकाल में मुड़पार विकास के लिए तरस रहा है. इस गांव में बरसात के दिनों में आवागमन का कोई भी मार्ग नहीं है. शासन प्रशासन को ग्रामीणों की परेशानी व असुविधा को तत्काल व्यवस्था दुरुस्त करनी चाहिए. तभी हमें वास्तविक आजादी मिल सकेगी."