बालोद:रोशन नगर निवासी रोशनी साहू (Roshan Nagar resident Roshni Sahu) ने बताया कि "हम यहां पर दशकों से रहवासी हैं. सरकार कहती है कि वह लोगों को पट्टा वितरित कर रही है. हम भी पट्टे की मांग कर रहे हैं. हम इतने उपेक्षित हैं कि हमारे मोहल्ले में नालियां भी नसीब नहीं है. पेयजल के लिए यहां वहां भटकना पड़ता है. जब हम पट्टे की मांग लेकर अधिकारियों के पास जाते हैं तो कहते हैं कि यह जमीन पथरीली है. इस तरह वे बोलकर चले जाते हैं." ( Balod Roshan Nagar bad condition)
आवास योजना के लिए पट्टा अनिवार्य:रोशन नगर के निवासी चंपा बाई (Champa Bai, resident of Roshan Nagar) ने कहा कि "आवास योजना के लिए जब फार्म भरने जाते हैं तो उन्हें पट्टे की मांग की जाती है. पट्टा ना होने के कारण उन्हें शासन की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री शहरी ग्रामीण आवास योजना से वंचित होना पड़ रहा है. वे लगातार कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं. वहीं उस नगर के कुछ लोगों ने बताया कि यहां पर नाली इत्यादि की भी काफी समस्या है."