बालोद: संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने राज्य शासन के विरोध में काली पट्टी बांधकर काम करना शुरू किया है. काली पट्टी के जरिए वो सरकार के प्रति आक्रोश वयक्त कर रहे हैं. प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ के आह्वान पर प्रदेश के 13 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगों के निराकरण में राज्य सरकार की उपेक्षा पूर्ण रवैया पर जिले के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बुधवार से काली पट्टी लगाकर कार्य करना शुरू किया है.
काली पट्टी बांधकर किया विरोध NHM कर्मचारियों ने बताया कि 13 सितंबर तक हम काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे. उसके बाद यदि हमारी मांगों को नहीं मानती है तो, 19 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे. संविदा कर्मचारियों ने बताया कि वह कोरोना वायरस संक्रमण काल में भी बिना छुट्टी के कार्य कर रहे हैं. एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) के तहत डेंटल, आई स्पेशलिस्ट सहित विभिन्न स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य करने वाले कर्मचारी शामिल हैं.
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सरकार ने नहीं दिया ध्यान
जिला NHM संघ के जिला अध्यक्ष रितेश गंगबेर ने बताया कि जिले में कार्यरत स्वास्थ्य विभाग के समस्त एनएचएम अधिकारी कर्मचारी पिछले कई साल से संविदा कर्मी के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. वर्तमान में कोरोना वायरस के संक्रमण काल में भी समस्त संविदा कर्मी बिना छुट्टी के लगातार काम कर रहे हैं. NHM संघ ने राज्य शासन को समस्त संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के नियमितीकरण की मांग को लेकर पूर्व में ज्ञापन सौंपा था. लेकिन अब तक राज्य शासन ने किसी प्रकार की कोई रुचि नहीं दिखाई है.
अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
संविदा पर कार्य कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बताया कि हम सभी मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांग रहे हैं. लेकिन हमारे नियमितीकरण को लेकर कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं. यदि 19 सितंबर तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो हम सब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे. कांग्रेस पार्टी के चुनावी जनघोषणा पत्र में भी संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण का वादा किया गया था. लेकिन उसे निभाया नहीं गया है.