बालोद में कांग्रेस प्रत्याशी पर लगा बीजेपी प्रत्याशी से मारपीट का आरोप, भाजपाईयों ने घेरा गुंडरदेही थाना, कांग्रेस ने किया आरोपों से इंकार
बालोद के गुंडरदेही में बीजेपी प्रत्याशी से मारपीट का आरोप कांग्रेस प्रत्याशी पर लगा है. बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि वो प्रचार के लिए निकले थे उस दौरान कांग्रेस प्रत्याशी और उनके कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया. बीजेपी की शिकायत पर गुंडरदेही थाने में 3 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. कांग्रेस प्रत्याशी का कहना है कि मारपीट हमने नहीं की.Balod assembly elections
कांग्रेस प्रत्याशी पर लगा बीजेपी प्रत्याशी से मारपीट का आरोप
बालोद: गुंडरदेही विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व विधायक वीरेंद्र साहू पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया जब वो प्रचार के लिए निकले थे. बीजेपी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि हमला कांग्रेस प्रत्याशी कुंवर सिंह निषाद ने कराया है. कांग्रेस प्रत्याशी पर कार्रवाई की मांग को लेकर बीजेपीे कार्यकर्ताओं ने गुंडरदेही थाने का घेराव किया. पुलिस ने बीजेपी की शिकायत पर तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
बीजेपी प्रत्याशी पर हमला: चुनाव का दूसरा चरण 17 नवंबर को है, बालोद में इसी दिन वोट डाले जाने है. मतदान की तारीख करीब आते ही सभी सियासी पार्टियों ने अपना प्रचार तेज कर दिया है. प्रचार के साथ सत्ताधारी दल कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज होते जा रहा है. गुंदरदेही विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे बीजेपी प्रत्याशी वीरेंद्र साहू ने कांग्रेस प्रत्याशी पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए गुंडरदेही थाने में मामला दर्ज कराया. पुलिस ने शिकायत के आधार पर 3 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
हमले पर सवाल, थाने पर बवाल: थाने में शिकायत दर्ज होने से पहले बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गुंडरदेही थाने का घेराव कर नारेबाजी की. कांग्रेस प्रत्याशी और वर्तमान में विधायक कुंवर सिंह निषाद ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को गलत बताया. निषाद ने कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ता हमारे दफ्तर के बाहर रेकी कर रहे थे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जब उनको रोका तो वो भागने लगे. जिनका पीछा करते हुए जब उनके पास पहुंचे तो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हमपर हमला कर दिया. थाने में मामला दर्ज होने के बाद बीजेपी की ओर से जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार ने कहा कि हमें मिल रहे जनसमर्थन से कांग्रेस घबरा गई है.
पब्लिक है सब जानती है: दूसरे चरण के मतदान में अभी देरी है. जैसे-जैसे मतदान और करीब आएगा आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी और तेज हो जाएगा. राजनीतिक दलों को चाहिए कि वो ऐसी घटनाओं से बचे क्योंकि इस तरह की घटनाएं न सिर्फ राजनीति को गंदा करती हैं बल्कि राजनीतिक पार्टियों से जनता का भरोसा भी खत्म करती है.