बालोद : प्रदेश में संगठनों के माध्यम से अपनी मांगों को लेकर लगातार शासन को अवगत कराया जा रहा है. कुछ संगठनों ने तो हड़ताल भी शुरू कर दिए (Chhattisgarh School Safai Karamcharis Union on the movement) हैं. लेकिन अब स्कूल सफाई कर्मचारी संघ (Balod Safai Karamcharis Sangh) ने भी आजादी के दिन तक का अल्टीमेटम प्रशासन को दिया है. इसके बाद उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल, धरना प्रदर्शन और उग्र आंदोलन का निर्णय लिया है. रविवार को स्कूल सफाई कर्मचारियों की जिला स्तरीय बैठक गंगा मैया मंदिर प्रांगण झलमला बालोद में हुई. जिसके बाद सोमवार को प्रशासन को बैठक के निर्णय को सौंपा जाएगा. जिला के पदाधिकारियों ने बताया कि '' सन दो हजार अट्ठारह में सरकार ने अपने घोषणापत्र में हमारी मांग एक ही मांग एक ही सूत्रीय मांग अंशकालीन से पूर्ण करें को शामिल किया था. लेकिन आज भी मांगों पर गोल गोल घुमा रही (Chhattisgarh news) है.''
सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप : कर्मचारी संघ का कहना है कि मंत्रालय महानदी भवन में कमेटी की तीसरी और अंतिम बैठक 3 अगस्त 2022 को हो चुकी है. उसके बाद भी सरकार तारीख पे तारीख देकर गोल गोल घुमा रही (balod news ) है. इस बार 15 अगस्त 2022 को हमारी मांगों पर सकारात्मक जवाब नहीं आता तो स्कूल सफाई कर्मचारी उग्र आंदोलन करने के लिए तत्पर है. प्रदेश में 43301 सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं. स्कूल सफाई कर्मचारियों के हड़ताल का बड़ा असर बालोद जिले में देखने को मिलता है. क्योंकि यहां पर मध्यान्ह भोजन योजना सहित अन्य साफ सफाई व्यवस्था पूरी तरह डगमगा जाते हैं. किचन की सफाई से लेकर कमरों की सफाई तक संपूर्ण जिम्मेदारी स्कूल सफाई कर्मचारियों की होती है.