CG Election 2023: बालोद में साहू समाज के जिलाध्यक्ष सोमन लाल साहू कांग्रेस में शामिल , क्या बदलेगा संजारी बालोद सीट का समीकरण ?
CG Election 2023 बालोद में साहू समाज के जिलाध्यक्ष सोमन लाल साहू कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. उन्होंने कांग्रेस पार्टी की तरफ से संजारी बालोद विधानसभा सीट से उम्मीदवारी के लिए दावेदारी पेश की है. Balod Sahu Samaj District President Soman Lal Sahu
बालोद: बालोद में साहू समाज के जिलाध्यक्ष ने चुनावी साल में बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया है. इसके साथ ही सोमन लाल साहू ने संजारी बालोद विधानसभा सीट से कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवारी के लिए दावेदारी का फॉर्म भी भर दिया है. सोमन लाल साहू ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कार्यालय पहुंचे और कांग्रेस की सदस्यता ली.
उसके बाद उन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए संजारी बालोद से कांग्रेस पार्टी की तरफ से उम्मीदवारी के लिए दावेदारी का फॉर्म भरा. इस दौरान साहू समाज के सदस्य उत्तम साहू भी मौजूद रहे.
"मैं तीस साल से समाज की सेवा कर रहा हूं. मैंने सीएम बघेल के कार्य से प्रभावित होकर कांग्रेस से जुड़ने का फैसला लिया है. मैं विधायक के रूप में भी समाज की सेवा करना चाहता हूं. इसलिए मैंने फॉर्म भरा"- सोमन साहू, साहू समाज के जिलाध्यक्ष और कांग्रेस के नेता
कौन हैं सोमन लाल साहू ?: सोमन लाल साहू बालोद में साहू समाज के नव निर्वाचित जिलाध्यक्ष है. उन्होंने साहू समाज के चुनाव में बीते चुनाव में जीत हासिल की. उसके बाद से वह इलाके में सक्रिय रहे. सोमन साहू अकेले ही दावेदारी का फॉर्म भरने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कार्यालय पहुंचे थे. यहां कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चंद्रेश हिरवानी ने उन्हें कांग्रेस का गमछा पहनाकर कांग्रेस में प्रवेश कराया. उसके बाद सोमन साहू ने दावेदारी का फॉर्म जमा किया. सोमन साहू शिक्षक के पद से रिटायर हुए हैं.
तीस साल से साहू समाज की सेवा का किया दावा: सोमन साहू ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद दावा किया कि वह बीते तीस साल से समाज की सेवा कर रहे हैं. उसके बाद मैंने राजनीति में शामिल होने का मन बना लिया. उन्होंने कहा कि वह सीएम भूपेश बघेल के कार्य से प्रभावित हैं. इसलिए उन्होंने यह फैसला लिया है. सोमन साहू के कांग्रेस में शामिल होने से बालोद बीजेपी के नेताओं में चर्चा का दौर शुरू हो गया है. बालोद में साहू समाज का अच्छा खासा प्रभाव है. ऐसे में अब देखना होगा कि इस राजनीतिक घटनाक्रम के बाद बालोद की राजनीति में कैसा चुनावी समीकरण बनता है ?