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बालोद के इस इंसान के पास खस्ता खाने क्यों आते हैं पक्षी ? - Conservation of birds

गुंडरदेही के देवरी में रहने वाले बिसालिक राम 29 सालों से पक्षियों को अपने होटल में बना खस्ता खिला रहे हैं. पक्षी उनकी आवाज को पहचानते हैं. 29 साल पहले एक घटना के बाद उन्होंने यह काम शुरू किया था. रोज सैकड़ों पक्षी खस्ता खाने उनके आंगन में उतरते हैं.

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खस्ता खाने पहुंचते हैं पक्षी

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Published : Jan 1, 2021, 8:10 PM IST

Updated : Jan 1, 2021, 9:04 PM IST

बालोद: गुंडरदेही विकासखंड के अंतिम ग्राम पंचायत देवरी (द) में रहने वाले एक होटल संचालक को इलाके के लोग उनके पक्षी प्रेम के लिए पहचानते हैं. उनका नाम बिसालिक राम साहू है. बिसालिक राम की एक आवाज पर सैकड़ों की संख्या में पक्षी उनके पास चले आते हैं. करीब 29 सालों से पक्षियों और बिसालिक राम के बीच ये प्रेम का संबंध बना हुआ है.

खस्ता खाने पहुंचते हैं पक्षी

बिसालिक राम एक होटल संचालक हैं. करीब 29 सालों से रोज सुबह पक्षियों को अपने होटल में बना खस्ता खिला रहे हैं. बिसालिक राम साहू ने इसे अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया है. बिसालिक राम रोज सुबह उठकर पक्षियों को आवाज लगाते हैं. उनकी आवाज सुनते ही आसपास मौजूद सभी पक्षी खस्ता खाने आ जाते हैं. पक्षी उनकी आवाज को पहचानते हैं.

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इस दृश्य से मिली प्रेरणा

पक्षियों का जमावड़ा

साल 1991 में बिसालिक राम ने देखा कि उनकी आंखों के सामने से एक बाज पक्षी ने छोटे गौरय्या पक्षी को जिंदा खा लिया. इस दृश्य ने उन्हें अंदर से झकझोर दिया. जिसके बाद उन्होंने तय किया कि वो अपने इलाके के पक्षियों के खाने का इंतजार करेंगे. उन्होंने इसे अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया. अगली सुबह से उन्होंने पक्षियों को होटल में बने खस्ता खिलाने लगे. वो मानते हैं कि अगर सभी पक्षियों का पेट भरा हो तो वो एक दूसरे को नहीं मारेंगे.आज उनके अंगना में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में चील, कौआ, गौरय्या, सलहाई जैसे विभिन्न पक्षी आकर अपना दाना चुकते हैं.

नास्ता का दुकान है प्रसिद्ध

बिसालिक राम का नास्ता होटल भी प्रसिद्ध है. इलाके भर से लोग उनके होटल पहुंचते हैं. उनके होटल के स्वादिष्ट समोसे के लोग दिवाने हैं. बिसालिक राम ने बताया कि पक्षियों के साथ ही जब भी उन्हें मौका मिलता है असहाय लोगों की मदद करते हैं. कई बार गरीब और दिव्यांग लोगों को अपने होटल में मुफ्त नास्ता भी कराते हैं.

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पक्षी प्रेम से प्रभावित ग्रामीण

गांव के व्यक्ति भोज साहू ने बताया कि बिसालिक राम साहू बचपन से देख रहे हैं. वो रोज पक्षी को दाना डालते हैं. इस पक्षी प्रेम को देख कर भोज साहू प्रभावित हुए हैं. उनके कार्य से गांव के लोग भी प्रभावित हैं. उनका मानना है कि इस तरह के पक्षी प्रेमी लाखों में एक होते हैं. जिनकी एक आवाज सुनकर सुबह पक्षी का जमावड़ा लगना एक मिशाल है.

Last Updated : Jan 1, 2021, 9:04 PM IST

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