बालोद में बिहान समूह की महिलाएं बालोद:बालोद में 5 सूत्रीय मांगों को लेकर बिहान समूह की महिलाएं अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. आज बिहान समूह की महिलाएं कलेक्ट्रेट घेराव करने पहुंची. यहां घोटिया चौक से पैदल मार्च निकालते हुए ये महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंची. कलेक्ट्रेट पहुंच इन महिलाओं ने जमकर नारेबाजी की. इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी इन महिलाओं से मिलने और ज्ञापन लेने पहुंचे. लेकिन महिलाएं अपनी बात पर अडिग रहीं. ये सभी कलेक्टर से मिलना चाहती थे. प्रशासन पांच लोगों से कलेक्टर के मिलने की बात कहते रहे. अपर कलेक्टर से लेकर एसडीएम तहसीलदार सभी ने इन महिलाओं को समझाया लेकिन ये अपनी मांगों पर अडिग रहीं.
हमारी सुध लेने वाला कोई नहीं:बिहान समूह की महिला महेश्वरी ठाकुर ने कहा कि "जब जिला प्रशासन के आला अधिकारी हमारे गांव पहुंचते हैं तो हम उनकी सेवा में रहते हैं. आज हम जब प्रशासन के दर पर पहुंचे हैं, तो हमारी सुध लेने वाला कोई नहीं है. हम लगातार मांग कर रहे हैं कि हमें कलेक्टर से मिलना है. लेकिन हमें मिलने नहीं दिया जा रहा. आखिर हम भी तो इसी सरकारी तंत्र का एक अंग है. हम ना कोई आतंकवादी हैं. ना ही कोई विरोधाभास करने वाले व्यक्ति. हम अपनी जायज मांगों के लिए लड़ रहे हैं.
ये हैं महिलाओं की मांगें:बिहान समूह की वरिष्ठ कार्यकर्ता माहेश्वरी ठाकुर ने कहा कि जो भी काम हमें मिलता है, उसे हम बखूबी निभाते हैं. लेकिन जितना ध्यान सरकार को देना चाहिए. उतना सरकार नहीं दे पाती है. काफी लंबे समय से हम शासन की योजनाओं से जुड़कर काम कर रहे हैं. लेकिन स्थिति यह है कि हम उल्टा कर्जे में आ गए हैं. ना तो यात्रा भत्ता दिया जाता है. और ना ही कुछ और. जब मंत्री विधायक आते हैं तो हमें सामने खड़ा कर दिया जाता है. लेकिन हमारे काम और हमारे पीछे की सच्चाई से शासन-प्रशासन दोनों अवगत होना ही नहीं चाहते.बिहान समूह से जुड़ी महिलाओं की मांग है मानदेय में वृद्धि, उन्हें नियुक्ति प्रमाण पत्र प्रदान करना, प्रतिमाह मानदेय देना, नियमितीकरण और निवास से कार्य स्थल आने जाने का खर्च देना.
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कड़ी धूप में अडिग रही महिलाएं: बिहान समूह से जुड़ी हजारों महिलाएं कड़ी धूप में अडिग रहीं. पहले तो वह 3 किलोमीटर कड़ी धूप में नारेबाजी करते हुए पैदल चलकर कलेक्ट्रेट पहुंची. उसके बाद कलेक्ट्रेट के बाहर उन्हें रोक दिया गया, जिसके बाद नारेबाजी करते हुए ये महिलाएं यहीं बैठे गईं.