बालोद: कोविड-19 महामारी ने देश के लगभग सभी राज्य में अपने पैर पसार लिए हैं. तेजी से बढ़ रही संक्रमितों की संख्या चिंता का विषय बनी हुई है. इसका असर शादी और पार्टी में चार चांद लगाने वाले बैंड, डीजे, साउंड सिस्टम, कैटरिंग और टेंट का कारोबार करने वाले सैकड़ों व्यापारियों के जीवन पर भी पड़ रहा है. शादी और दूसरे कार्यक्रमों में बैंड बाजा बजाने और लाइट डेकोरेशन जैसे काम करने वाले लोग काफी परेशान हैं. बुकिंग नहीं मिलने से उनकी माली हालात दयनीय हो गई है.
शादी और नामकरण संस्कार जैसे मांगलिक कार्यक्रमों में चार चांद लगाने वाले इन दिनों खुद बेरंग घूम रहे हैं. दरअसल बीते 5 महीने से कोरोना के कारण टेंट, धुमाल, लाइट डेकोरेशन जैसे काम करने वाले लोगों के व्यापार पर शासन-प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है. इस वजह से उनके सामने अब आर्थिक परेशानी आ खड़ी हुई है. जिले में किसी भी तरह के कार्यक्रम करने पर विराम लग गया है जिससे बैंड-बाजा और डीजे साउंड सहित कई कारोबार प्रभावित हो रहा है.
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अपनी समस्यों को लेकर शुक्रवार को जिले के धुमाल, लाइट, डीजे, साउंड सिस्टम, केटरिंग और टेंट कारोबार के सैकड़ों व्यापारी इकट्ठा हुए. इसके बाद सभी ने शासन-प्रशासन से नियमों में नरमी बरतते हुए उन्हें रोजगार देने की मांग करते हुए पूरे शहर में रैली निकाली. साथ ही कोरोना संकट में काम ठप होने और आर्थिक तंगी से जुझ रहे व्यापारियों ने अनुविभागीय अधिकारी सहित कलेक्टर और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम ज्ञापन सौंपा है. व्यापारियों ने जल्द ही इस समस्या का समाधान करने की मांग की है.